हादसा: पंजाब में जहरीली शराब पीने से दो दिन में 48 की मौत और आंध्रप्रदेश में सैनिटाइजर पीने से 9 लोगों ने दम तोड़ा
हादसा: पंजाब में जहरीली शराब पीने से दो दिन में 48 की मौत और आंध्रप्रदेश में सैनिटाइजर पीने से 9 लोगों ने दम तोड़ा
- अमृतसर में महिला और तरनतारन में चार आरोपी गिरफ्तार
- तरनतारन में 30
- अमृतसर में 10 और बटाला में आठ की मौत
- मुख्यमंत्री ने जालंधर डिवीजन के कमिश्नर को सौंपा जांच का जिम्मा
डिजिटल डेस्क, अमृतसर/तरनतारन/बटाला/अमरावती। पंजाब के अमृतसर, बटाला और तरन तारन जिलों में नकली शराब पीने से दो दिन के अंदर 48 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। शुक्रवार को यहां 42 लोगों ने जहरली शराब पीने के कारण दम तोड़ दिया। इसके पहले गुरुवार को जहरीली शराब के सेवन से 6 लोगों की मौत हुई थी। वहीं आंध्रप्रदेश में सैनिटाइजर को शराब समझकर पीने के बाद 9 की मौत हो गई। आंध्र की घटना के बाद पुलिस शहर के सैनिटाइजर स्टॉक की जांच में जुट गई है। उधर, पंजाब सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस ने एसआईटी बनाई है। एक पुलिस अफसर को सस्पेंड भी किया गया है।
जानकारी अनुसार नशे की समस्या से जूझ रहे पंजाब में शुक्रवार को 30 मौतें तरनतारन, 8 बटाला और 4 अमृतसर में हुई। अमृतसर में गुरुवार रात को भी जहरीली शराब पीकर 6 लोगों ने दम तोड़ दिया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में जालंधर डिवीजन के कमिश्नर को न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। वहीं अमृतसर में पुलिस ने दो लोगों को नामजद करते हुए एक महिला बलविंदर कौर को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा तरनतारन में भी चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जांच आयोग हादसे के कारणों और परिस्थितियों के साथ-साथ किसी अन्य जुड़े मुद्दे या घटना से संबंधित परिस्थितियों की जांच कर रही है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि जालंधर के संभागीय आयुक्त संबंधित जिलों के संयुक्त आबकारी और कराधान आयुक्त और एसपी (जांच) के साथ मिलकर इस मामले की जांच करेंगे। मुख्यमंत्री ने जांच आयोग को किसी भी सिविल, पुलिस अधिकारी और किसी विशेषज्ञ से मदद लेकर शीघ्र जांच करने की स्वतंत्रता दी है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मौत के सही कारणों का पता लगाने को चार का किया पोस्टमार्टम
अमृतसर ग्रामीण के पुलिस प्रमुख की तरफ से गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) की पड़ताल भी जारी है। मौतों के सही कारणों का पता लगाने के लिए मरने वाले चार व्यक्तियों जसविंदर सिंह, कश्मीर सिंह, किरपाल सिंह और जसवंत सिंह का शुक्रवार को पोस्टमार्टम किया गया।
तरनतारन में अंतिम संस्कार रुकवाकर शव मोर्चरी में भेजा
तरनतारन के एसएसपी धुर्मन एच निंबले ने बताया कि अधिकांश लोगों ने बिना पुलिस को सूचित किए मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया है। उन्होंने एक मृतक का संस्कार रुकवाकर उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए तरनतारन के मोर्चरी हाउस भेजा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। यदि इस मामले में पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
तरनतारन में जहरीली शराब से 30 की जान गई
तरनतारन में शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से एक के बाद एक 30 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 9 लोगों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के ही करवा दिया। गुरु तेग बहादुर मोहल्ला, गांव भुल्लर और गांव बचड़े में जहरीली शराब से जान गंवाने वाले तीन युवकों अमरजीत सिंह, प्रकाश सिंह (42) और गुरमीत सिंह के परिजनों ने बताया कि इन तीनों ने देसी शराब का सेवन किया था जिसके चलते उनकी तबीयत बिगड़ गई। केवल इन्हीं तीनों के परिजनों ने ही पुलिस को शिकायत दी कि जहरीली शराब के सेवन से उनके बच्चों की मौत हुई है। ऐसे में पुलिस ने भी तीन युवकों की ही जहरीली शराब के सेवन से मौत की अधिकारिक पुष्टि की है।
आंध्र में सैनिटाइजर पीने के बाद 9 की मौत
आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में लॉकडाउन के चलते शराब न मिलने की वजह से सैनिटाइजर का सेवन करने के बाद नौ लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी सूचना दी। इनमें से तीन गुरुवार को ही मारे गए हैं जबकि छह की मौत शुक्रवार को हुई है। यह घटना प्रकाशम जिले में कुरिचेदु मंडल मुख्यालय की है। लॉकडाउन के चलते शहर व इसके आसपास के सभी गांवों में शराब की दुकानें पिछले दस दिनों से बंद हैं ऐसे में शराब के आदी इन लोगों ने सैनिटाइजर का ही सेवन करना शुरू कर दिया जिसका इस्तेमाल हाथों की सफाई के लिए किया जाता है।
मृतकों में से तीन भिखारी
मृतकों में तीन भिखारी शामिल हैं। इनमें से दो यहीं स्थित एक स्थानीय मंदिर में भीख मांगा करते थे। गुरुवार रात को इनके पेट में अचानक तेज जलन की समस्या पैदा हो गई जिसके बाद एक की तुरंत ही मौत हो गई और दूसरे को दारसी में अस्पताल ले जाया गया? जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। एक अन्य 28 वर्षीय शख्स ने देसी शराब में सैनिटाइजर को मिलाकर उसे पीया जिसके बाद वह अपने घर पर बेहोश होकर गिर पड़ा। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई।
दुकानों से जब्त किया गया सैनिटाइजर्स
छह और लोगों को शुक्रवार तड़के अस्पताल ले जाया गया और इन सभी की मौत हो गई। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि क्या इसी तरह की शिकायतों के साथ और भी लोगों को अस्पताल में ले जाया गया है या नहीं। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कौशल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सैनिटाइजर्स को इलाके के दुकानों से जब्त कर लिया गया है जिन्हें अब रासायनिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या ये सभी सिर्फ सैनिटाइजर का ही उपयोग कर रहे थे या किसी इसे किसी और भी रसायन के साथ मिलाया गया था। मृतकों की पहचान श्रीनू 25, तिरुपति 37, रेमिरेड्डी 60, कदियम रमैय्या 29, रमैय्या 65, राजिरेड्डी 65, बाबू 40, चार्ल्स 45 और ऑगस्टीन 47 के रूप में की गई है।