संशोधन के सरकार के प्रस्ताव को 5,600 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलीं
वन संरक्षण अधिनियम संशोधन के सरकार के प्रस्ताव को 5,600 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलीं
- चिंताओं और सुझावों के आधार पर मंत्रालय ने मांगी टिप्पणी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि मौजूदा वन संरक्षण अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव पर विभिन्न हितधारकों से पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को 5,600 से अधिक टिप्पणियां मिली हैं।
सांसद वी.के. श्रीकंदन द्वारा लोकसभा में उठाए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभिन्न अन्य संगठनों से प्राप्त चिंताओं और सुझावों के आधार पर मंत्रालय ने हितधारकों से टिप्पणी मांगी थी। परामर्शपत्र को स्थानीय भाषाओं में भी सार्वजनिक डोमेन में रखा गया था। मंत्री ने कहा मंत्रालय को विभिन्न हितधारकों से 5,600 से अधिक टिप्पणियां मिलीं। जिनमें स्थानीय भाषाओं में भी शामिल हैं।
सभी हितधारकों से टिप्पणियां प्राप्त करने के लिए परामर्शपत्र को अक्टूबर की शुरुआत में एक महीने के लिए सार्वजनिक डोमेन में रखा गया था। परामर्शपत्र ने सभी गैर-वानिकी उद्देश्यों के लिए वन भूमि के मोड़ के लिए मंजूरी में आसानी का आह्वान किया। जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा अवसंरचना परियोजनाएं शामिल हैं। जिन्हें वन (संरक्षण) अधिनियम 1980 के प्रावधानों के तहत केंद्र सरकार की पूर्व स्वीकृति की आवश्यकता होती है।
(आईएएनएस)