विदेश मंत्रालय ने कहा- गोगरा हाइट्स में भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट पूरा
India-China Standoff विदेश मंत्रालय ने कहा- गोगरा हाइट्स में भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट पूरा
- गोगरा हाइट्स एक साल से अधिक समय से फ्रिक्शन पॉइंट बना हुआ था
- दोनों पक्ष अपने स्थायी ठिकानों पर वापस आ गए
- पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स में भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट पूरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने गुरुवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स में भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट पूरा हो गया है। दोनों पक्ष अपने स्थायी ठिकानों पर वापस आ गए हैं। हाल ही में हुई 12वीं कोर कमांडर-स्तरीय बैठक के दौरान, भारत और चीन गोगरा हाइट्स में डिसएंगेज होने के लिए एक समझौते पर पहुंचे थे। गोगरा हाइट्स एक साल से अधिक समय से दोनों देशों के बीच फ्रिक्शन पॉइंट बना हुआ था।
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता ने कहा कि गोगरा हाइट्स क्षेत्र में स्टैंड ऑफ से पहले की स्थिति को रिस्टोर कर दिया गया है। प्रवक्ता ने कहा, आपने 12वें दौर की कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता और गोगरा के क्षेत्र में डिसएंगेजमेंट के संबंध में जारी डिटेल्ड प्रेस रिलीज देखी होगी। उस क्षेत्र में डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और दोनों पक्षों के सैनिक अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं।
इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन ने बातचीत को आगे बढ़ाने और पश्चिमी क्षेत्र में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास शेष मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है। 2 अगस्त को, भारत और चीन ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा था कि दोनों पक्षों के बीच एलएसी के साथ डिसएंगेजमेंट को हल करने पर गहरी चर्चा हुई है।
भारतीय सेना ने 6 अगस्त को एक बयान में कहा था, "दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी टेम्परेरी स्ट्रक्चर और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्वस्त कर दिया गया है। दोनों पक्षों ने इसे म्यूचली वेरीफाई किया है। स्टैंडऑफ पीरियड से पहले की स्थिति बहाल कर दी गई है।"
समझौते के अनुसार, दोनों पक्षों ने चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से इस क्षेत्र में फॉर्वर्ड डिप्लॉयमेंट बंद कर दिया है। 4 और 5 अगस्त, 2021 को डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। दोनों पक्षों के सैनिक अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं।
इस साल फरवरी में पैंगोंग झील क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों को हटा दिया गया था, लेकिन उसके बाद तनाव को और कम करने के लिए धीमी गति से आवाजाही हुई थी। फिलहाल गलवान, गोगरा और पैंगोंग त्सो में डिसएंगेजमेंट हो चुका है। पीपी 15 के आसपास के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में अभी भी तनाव बना हुआ है।