वाल्मीकि रामायण का उदाहरण देते हुए भगवान ने कहा राम आदर्श नहीं थे, राम शासन पर उठाए सवाल
कर्नाटक वाल्मीकि रामायण का उदाहरण देते हुए भगवान ने कहा राम आदर्श नहीं थे, राम शासन पर उठाए सवाल
- राम पर सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एकतरफ पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी शासित सरकार की ओर से राम राज्य की कल्पना की जा रही है। उत्तरप्रदेश की अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है। वहीं दूसरी तरफ कई लोग राम शासन के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे है। ऐसा ही मामला कर्नाटक में सामने आया है। कर्नाटक में प्रख्यात लेखक व सेवानिवृत्त प्रोफेसर केएस भगवान ने राम पर सवाल खड़ा कर दिया है। रिटायर प्रोफेसर ने राम को आदर्श न मानते हुए कहा है कि राम राज्य बनाने की बात चल रही है, वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया।
राम राज्य बनाने की बात चल रही है... वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया: केएस भगवान, सेवानिवृत्त प्रोफेसर और लेखक, मांड्या, कर्नाटक (20.1) pic.twitter.com/GrUcHFQXit
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2023
सेवानिवृत्त प्रोफेसर व लेखक केएस भगवान यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि (भगवान) राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरे दिन पीते थे... उन्होंने बिना परवाह किए अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया... एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहे शूद्र शंबूक का सिर काट दिया। वे कैसे आदर्श हो सकते हैं।
(भगवान) राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरे दिन पीते थे... उन्होंने बिना परवाह किए अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया... एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहे शूद्र शंबूक का सिर काट दिया। वे कैसे आदर्श हो सकते हैं: केएस भगवान, सेवानिवृत्त प्रोफेसर और लेखक, मांड्या, कर्नाटक(20.1)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2023