पांच सदस्यों की कमेटी करेगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले की जांच- सुप्रीम कोर्ट
पीएम की सुरक्षा में चूक पर नया फैसला पांच सदस्यों की कमेटी करेगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले की जांच- सुप्रीम कोर्ट
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार 5 जनवरी को पंजाब दौरे गए हुए थे
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में नया मोड़ आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी के गठन का ऐलान कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि इसकी जांच पांच सदस्यों की कमेटी करेगी। इस कमेटी की अध्यक्षता रिटायर्ड जज करेंगी।
कब हुई थी सुरक्षा में चूक?
तीनों कृषि कानून रद्द होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार 5 जनवरी को पंजाब दौरे गए हुए थे लेकिन उनका यह दौरा सुरक्षा कारणों से पूरा नहीं हो सका। दरअसल मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बठिंडा से फिरोजपुर के लिए सड़क मार्ग से जा रहे थे। लेकिन बीच में ही प्रदर्शनकारियों की वजह से उनका काफिला लगभग 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसा रहा। इसके बाद सुरक्षा खामियों के बाद उनके काफिले ने बठिंडा एयरपोर्ट लौटने का फैसला किया। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने अधिकारियो से कहा कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं बठिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट पाया। इसके बाद से इस मामले को लेकर पंजाब सरकार पर सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे।
बाद में पंजाब सरकार और गृह मंत्रालय दोनों ने ही इस मामले की जांच के लिए अपनी-अपनी कमेटी बनाई थी। और सुप्रीम कोर्ट पर दोनों ही एक दूसरे की जांच कमेटी पर सवाल उठा रहे थे।
अब सुप्रीम कोर्ट ने सभी मौजूदा जांच कमेटियों पर रोक भी लगा दी है और नई कमेटी का ऐलान भी कर दिया है। जिसकी अगुवाई रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा करेंगी। कोर्ट ने कमेटी से कहा है कि जल्द से जल्द इस मामले की रिपोर्ट तैयार की जाए।
हटाए गए पंजाब डीजीपी
घटना के बाद सबसे पहली कार्रवाई पंजाब के डीजीपी पर हुई। जिन्हें आचार संहिता लगने से पहले ही हटा दिया गया। दरअसल पीएम का प्लान बदलकर सड़क मार्ग से हुसैनपुर जाने की जानकारी डीजीपी को दे दी गई थी। उसके बावजूद इतनी बड़ी चूक हुई। इस वजह से डीजीपी पर ये कार्रवाई की गई।