Jamia Shooting: जामिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 5 के पास फायरिंग, चार दिन में तीसरी घटना
Jamia Shooting: जामिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 5 के पास फायरिंग, चार दिन में तीसरी घटना
- जामिया के गेट नंबर 5 पर रात में फायरिंग
- जामिया के बाहर प्रदर्शन
- दो अज्ञात फरार
- मौके पर पहुंची पुलिस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में रविवार रात फिर गोलीबारी की घटना हुई। यह फायरिंग विश्वविद्यालय के गेट नंबर पांच पर हुई। फायरिंग के दौरान दो अज्ञात देखे गए हैं। गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। फायरिंग की खबर मिलते ही जामिया के बाहर प्रदर्शनकारी जुट गए।
जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने बयान जारी कर कहा कि यूनिवर्सिटी के गेट नंबर पांच पर फायरिंग हुई है। फरार होते हुए दो संदिग्ध देखे गए। एक बदमाश ने लाल रंग की जैकेट पहनी हुई थी। गोलीबारी की घटना के बाद जामिया नगर थाने के बाहर प्रदर्शकारी इकट्ठा हो गए। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है।
#UPDATE: Students are returning from Jamia Nagar police station after their complaint was registered. https://t.co/ivMG8hJDTa
— ANI (@ANI) February 2, 2020
पहले हुई फायरिंग की दो घटनाएं
बता दें इससे पहले भी जामिया और शाहीन बाग में फायरिंग की दो घटनाएं हो चुकी हैं। पहले 30 जनवरी को जामिया मिलिया के बाहर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर एक लड़के ने गोली चलाई थी। इसमें एक छात्र के हाथ पर गोली लग गई थी। वहीं दूसरी घटना 1 फरवरी को शाहीन बाग में हुई। जहां नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन स्थल से कुछ दूर पर कपिल नाम के एक युवक ने तीन हवाई फायरिंग की थी।
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शाहीन बाग प्रदर्शन के खिलाफ सरिता विहार में प्रदर्शन
शाहीन बाग में जहां सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। वहीं सरिता विहार में रविवार को इसके खिलाफ प्रदर्शन हुआ। इस प्रदर्शन में कई लोग पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वो किसी संगठन से नहीं है। वे शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन से परेशान हो गए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि वो किसी संगठन से नही जुड़े हैं और शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन से परेशान हो गए हैं। हमें काम पर जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। थोड़ी दूर जाने के लिए 3-4 घंटे लग जाते हैं। न तो बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं और न ही हम अपने काम पर। इन लोगों को यहां 50 दिन हो गए, इन्हें कोई नही हटा रहा, हम एक दिन विरोध प्रदर्शन करने आ गए तो हमें हिरासत में लिया जा रहा है।