सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग से करीब 1000 करोड़ रुपए का नुकसान, मुख्यमंत्री ने किया घटनास्थल का दौरा
सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग से करीब 1000 करोड़ रुपए का नुकसान, मुख्यमंत्री ने किया घटनास्थल का दौरा
डिजिटल डेस्क, पुणे। भारतीय सीरम संस्थान (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) के मांजरी के नए प्लॉट की इमारत में गुरुवार को लगी आग से एक हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना स्थल का मुआयना किया। उन्होंने आग के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया।
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा कि यह साजिश थी या दुर्घटना। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक जांच पूरी हो रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक घटना के बारे में कोई भी निष्कर्ष निकालना सही नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीरम संस्थान की ओर से कोविशील्ड टीका जिस इमारत में बनाया जाता है और जहां पर भंडारण किया गया है, वहां पर कोई हादसा नहीं हुआ है।
वहीं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि आग से 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। इस हादसे से रोटावायरस और बीसीजी वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग और स्टोरेज यूनिट प्रभावित हुई है। हालांकि, पूनावाला ने दोहराया कि आग से कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की सप्लाई प्रभावित नहीं होगी।
पूनावाला के अनुसार, जिस इमारत में गुरुवार को आग लगी, वहां एडिशनल प्रोडक्ट बिल्डिंग कैपिसिटी डेवलप की जा रही थी। यहां कोई स्टॉक या प्रोडक्शन नहीं था। यह बिल्कुल नई फैसिलिटी है। इस फैसिलिटी में उपकरणों के इन्टॉलेशन का काम चल रहा था, जो शायद इस घटना का कारण बना। पूनावाला ने कहा, हमने जो खोया है वह फ्यूचर प्रोडक्शन है। बता दें कि इमारत में आग लगने के चलते 5 लोगों की मौत हो गई थी। कंपनी ने मरने वालों के परिवार को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का प्रोडक्शन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के नए प्लांट से करीब एक से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित पुराने प्लांट से किया जा रहा है। इस प्लांट का निर्माण 1996 में किया गया था।
यहीं पर कोविशील्ड वैक्सीन का प्रोडक्शन हो रहा है। कोविशिल्ड का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन करने की तैयारी नए प्लांट से थी। छह मंजिला इस इमारत के टॉप 3 फ्लोर आग की चपेट में आ गए। पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के अनुसार, आग दोपहर 1.45 से 2.15 बजे के बीच लगी और शाम 4.30 बजे तक काबू में कर लिया गया।