Farmer Protest: किसानों को गृहमंत्री का संदेश- सरकार बातचीत के लिए तैयार, हर समस्या और मांग पर विचार करेंगे  

Farmer Protest: किसानों को गृहमंत्री का संदेश- सरकार बातचीत के लिए तैयार, हर समस्या और मांग पर विचार करेंगे  

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-28 16:13 GMT
Farmer Protest: किसानों को गृहमंत्री का संदेश- सरकार बातचीत के लिए तैयार, हर समस्या और मांग पर विचार करेंगे  
हाईलाइट
  • कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन है जारी
  • प्रदर्शनकारी किसानों को अमित शाह का संदेश
  • हर मांग पर विचार करने के लिए केंद्र सरकार तैयार: अमित शाह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को संदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की हर समस्या और मांग पर विचार करने के लिए केंद्र सरकार तैयार है। बता दें कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 3 दिसंबर को चर्चा करने के लिए बुलाया है।

उन्होंने कहा कि पंजाब की सीमा से लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रोड पर अलग-अलग किसान यूनियन की अपील पर आज जो किसान भाई अपना आंदोलन कर रहे हैं, उन सभी से मैं अपील करना चाहता हूं कि भारत सरकार आपसे चर्चा के लिए तैयार है। 3 दिसंबर को चर्चा के लिए आपको कृषि मंत्री जी ने निमंत्रण पत्र भेजा है। भारत सरकार आपकी हर समस्या और हर मांग पर विचार विमर्श करने के लिए तैयार है। 

अलग-अलग जगह नेशनल और स्टेट हाइवे पर किसान भाई अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ इतनी ठंड में खुले में बैठे हैं, इन सब से मैं अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस आपको एक बड़े मैदान में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है, जहां आपको सुरक्षा व्यवस्था और सुविधाएं मिलेंगी। अगर आप रोड की जगह निश्चित किए गए स्थान पर अपना धरणा-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढ़ंग से, लोकतांत्रिक तरीके से करते हैं तो इससे किसानों की भी परेशानी कम होगी और आवाजाही कर रही आम जनता की भी परेशानी कम होगी।

अगर किसान चाहते हैं कि भारत सरकार जल्द बात करे, 3 दिसंबर से पहले बात करे, तो मेरा आपको आश्वासन है कि जैसी ही आप निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित हो जाते हैं, उसके दूसरे ही दिन भारत सरकार आपकी समस्याओं और मांगों पर बातचीत के लिए तैयार है।उन्होंने कहा कि अगर आप रोड की जगह निश्चित किए गए स्थान पर अपना धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढ़ंग से, लोकतांत्रिक तरीके से करते हैं तो इससे किसानों की भी परेशानी कम होगी और आवाजाही कर रही आम जनता की भी परेशानी कम होगी। 

दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं किसान
सरकार ने बातचीत का ऑफर तो दिया है लेकिन किसान अब भी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं। सिंधु बॉर्डर और गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन, पंजाब के महासचिव हरिन्दर सिंह ने कहा कि हमने प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है। हम कहीं और नहीं जाएंगे। 

हरिन्दर सिंह ने कहा कि हर रोज सुबह 11 बजे हम आगे की रणनीति तय करेंगे। उधर, "दिल्ली चलो" मार्च के समर्थन में किसान गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। एक किसान ने कहा कि हम एमएसपी की गांरटी चाहते हैं। हम अन्य किसान संगठनों के साथ बैठक करने जा रहे हैं और आगे की योजना बनाएंगे।

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