डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद वहां के हालात से पूरी दुनिया को अवगत कराने के लिए केंद्र सरकार ने यूरोपीय संघ (ईयू) के सांसदों का एक दल भारत बुलाया था। इस दल ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कश्मीर में डल झील की सेर की और सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर जाकर स्थिति को देखा।
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय सांसदों को रोकने और विदेशी नेताओं को वहां जाने की अनुमति देने में कुछ तो गड़बड़ है। इसके अलावा हैदराबाद के सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस दल को अनाधिकृत बताया।
Jammu and Kashmir: The delegation of European Union (EU) MPs visited Dal lake in Srinagar today. pic.twitter.com/TRt0k4PDeX
— ANI (@ANI) October 29, 2019
इस दौरान यूरोपीय संघ (ईयू) के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने आज श्रीनगर में स्थानीय निकाय के सदस्यों और नागरिक समाज के सदस्यों से मुलाकात की।
Jammu and Kashmir: The delegation of European Union (EU) MPs met local body members and the members of civil society, in Srinagar earlier today. pic.twitter.com/13yY3Nx2m0
— ANI (@ANI) October 29, 2019
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि भारतीय सांसदों की कश्मीर यात्रा पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया और श्रीनगर से वापस भेज दिया गया। वहीं यूरोपीय सांसदों के लिए सरकार लाल कालीन बिछा रही है। इससे पहले कांग्रेस आनंद शर्मा ने एक बयान में कहा कि यूरोपीय सांसद कश्मीर जा रहे हैं। उन्हें पूरी जानकारी से अवगत कराया जा रहा है। ये भारतीय संसद की संप्रभुता के खिलाफ है और भारतीय सांसदों के विशेष अधिकारों का हनन है।
MPs from Europe are welcome to go on a guided tour of Jammu #Kashmir while Indian MPs are banned denied entry.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 28, 2019
There is something very wrong with that.https://t.co/rz0jffrMhJ
यह मोदी सरकार की हताशा को दर्शा रहा
ओवैसी ने कश्मीर दौरे पर गए यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल पर तंज कसते हुए कहा है कि यह आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल नहीं है। उन्होंने डेलिगेशन को इस्लामोफोबिया से ग्रस्त करार देते हुए कहा कि यह मोदी सरकार की हताशा को दर्शा रहा है।
AIMIM leader Asaduddin Owaisi: It is not an official delegation of European Union MPs. It has been accepted by the EU office in Delhi. This is a clear sign of desperation confusion of the Modi govt that you could not get an official delegation. pic.twitter.com/qiXs1msaRh
— ANI (@ANI) October 29, 2019
ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि यह यूरोपीय संघ के सांसदों का आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल नहीं है। इस दौरे को नई दिल्ली में स्थित यूरोपीय संघ के ऑफिस से स्वीकृति मिली है। यह स्पष्ट तौर पर मोदी सरकार की हताशा और भ्रम को दर्शाता है कि उन्हें आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल की मंजूरी नहीं मिली।
"गैरों पर करम, अपनों पर सितम"
ओवैसी ने इसके साथ ही केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए गाने की लाइन भी ट्वीट की। उन्होंने लिखा कि गैरों पर करम, अपनों पर सितम, ऐ जाने वफा ये जुल्म न कर। रहने दे अभी थोड़ा सा धरम।" गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारत ने अपनी नीति को नरम करते हुए पहली बार विदेशी सांसदों को वहां जाने देने की अनुमति दी है।