MP: 3 हजार करोड़ के ई-टेंडर घोटाले में 5 FIR दर्ज, 7 कंपनियों को पहुंचाया फायदा
MP: 3 हजार करोड़ के ई-टेंडर घोटाले में 5 FIR दर्ज, 7 कंपनियों को पहुंचाया फायदा
- इनकम टैक्स के छापे के तीन दिन बाद कार्रवाई
- ईओडब्लू ने दर्ज किया मामला
- पांच विभाग और 7 कंपनियों के खिलाफ एफआईआर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश के कई हिस्सों में पड़े इनकम टैक्स छापे के तीन दिन बाद मप्र में हुए ई-टेंडर घोटाले में 5एफआईआर दर्ज कर ली गई है। ये एफआईआर राज्य सरकार के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने दर्ज की है। ईओडब्लू के डीजी केएन तिवारी ने बताया कि 5 विभाग, 7 कंपनी, कुछ नौकरशाह और राजनेता भी इसमें शामिल हो सकते हैं, फिलहाल अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने कार्रवाई को लोकसभा चुनाव के पहले चरण से पहले अंजाम दिया, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार इसमें तेजी के साथ जांच करवाना चाहती है। बता दें कि मध्य प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव को तीन हफ्ते का समय बचा है।
सूत्रों की मानें तो इस मामले में मंगलवार को ही एक एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। बता दें कि ई टेंडरिंग घोटाले में केंद्र की जांच एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पोंस टीम (CERTIn) की रिपोर्ट मिलने के बाद से ही ईओडब्लू एफआईआर करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ के इशारे का इंतजार कर रहा था। विधानसभा चुनाव के कुछ समय पहले भी कांग्रेस ने ई-टेंडरिंग में भ्ष्टाचार का मुद्दा उठाया था, तब कमलनाथ ने आरोप लगाया था कि शिवराज सरकार में ई-टेंडरिंग में तीन हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इस कार्रवाई को CM कमलनाथ के करीबियों के यहां इनकम टैक्स के छापों का सियासी जवाब माना जा रहा है।
इसके तहत जल निगम, लोकनिर्माण विभाग, पी आई यू, रोड डेवलेपमेंट, जल संसाधन विभाग पर टेंडर में गड़बड़ी करने आरोप है। इसके अलावा 7 कंपनियों पर भी फर्जीवाड़ा करके टेंडर लेने का आरोप है। घोटाला मार्च 2018 का बताया जा रहा है, जिसमें पांच विभागों के 9 टेंडर के प्राइस में छेड़छाड़ कर सात कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया था। इस घोटाले में 100 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी और कंपनियों के डायरेक्टर्स के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है।
एफआईआर में इन कंपनियों के नाम
हैदराबाद की कंपनी, मेसर्स जीवीपीआर लिमिटेड, मेसर्स मैक्स मेंटेना लिमिटेड, मुंबई की कंस्ट्रक्शन कंपनी ह्यूम पाइप लिमिटेड, मेसर्स जेएमसी लिमिटेड, बड़ौदा की कंस्ट्रक्शन कंपनी सोरठिया बेलजी प्रा.लि. मेसर्स माधव इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड और भोपाल की मेसर्स रामकुमार नरवानी लिमिटेड के डायरेक्टर्स, भोपाल की सॉफ्टवेयर कंपनी ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन प्रा.लि. कंपनी के डायरेक्टर, एमपीएसईडीसी भोपाल के अज्ञात कर्मचारी, एंट्रेस प्रा. लि.बैंगलोर और टीसीएस के कर्मचारी
इन धाराओं के तहत दर्ज की FIR
इकॉनामिक ऑफेंस विंग (EOW) ने धारा 120-बी, 420, 468, 471 और आईटी एक्ट 2000 की धारा 66 भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7 सहपाठित धारा 12(2) के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।