दिल्ली: जमात और रोहिंग्या में कनेक्शन का बड़ा खुलासा- गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को जांच करने के आदेश दिए

दिल्ली: जमात और रोहिंग्या में कनेक्शन का बड़ा खुलासा- गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को जांच करने के आदेश दिए

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-17 22:32 GMT
दिल्ली: जमात और रोहिंग्या में कनेक्शन का बड़ा खुलासा- गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को जांच करने के आदेश दिए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच त​ब्लीगी जमात से जुड़े लोग केंद्र और राज्य सरकार के लिए सिरदर्द बनते ही जा रहे हैं। अब रोहिंग्या और जमात के लोगों के बीच कनेक्शन की बात सामने आई है। चूंकि देश में कोरोना संक्रमण के जितने भी केस सामने आए हैं। उनमें से 30 संक्रमित लोग दिल्ली के ​मरकज में शामिल हुए ​तबलीगी जमात के लोग हैं और देश में कोरोना वायरस फैलाने में तब्लीगी जमात का सबसे बड़ हाथ माना जा रहा है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर निर्देश दिए हैं कि वे रोहिंग्या और तबलीगी जमात के बीच कनेक्शन की जांच करें। गृंह मंत्रालय ने कहा है कि रोहिंग्या मुस्लिम और उनके परिचितों का भी कोविड-19 टेस्ट होना चाहिए, क्योंकि रोहिंग्या समुदाय के लोग भी जमात में शामिल हुए थे और अपने कैंप में नहीं लौटे थे। गृह मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इसके संबंध में जरूरी कदम भी उठाए जाएं। 

मंत्रालय ने शुक्रवार को राज्यों के लिखे पत्र में कहा कि ऐसी रिपोर्ट आई है कि रोहिंग्या मुसलमानों ने तबलीगी जमात के इज्तिमा और अन्य धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लिया था। ऐसे में इसकी आशंका है कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। बता दें कि रोहिंग्या कैंप हैदराबाद में भी हैं। यह पत्र डिप्टी सचिव, इंटर्नल सिक्योरिटी डिवीजन 1 श्रीनिवासु के ने लिखा है। इस चिट्ठी को मुख्य सचिवों और सलाहकारों के साथ-साथ डीजीपी और दिल्ली के कमिश्नर ऑफ पुलिस को भी भेजा गया है।

रोहिंग्या समुदाय के लोगों ने हरियाणा के कार्यक्रम में लिया हिस्सा
बताया जा रहा है कि तेलंगाना में रहने वाले रोहिंग्या समुदाय के लोगों ने तबलीगी जमात के जलसे में हरियाणा के मेवात में हिस्सा लिया था। यही लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में भी शामिल हुए थे। रोहिंग्या समुदाय से जुड़े लोग श्रम विहार और शाहीनबाग भी गए थे। मंत्रालय ने पत्र में बताया कि जो लोग इन जगहों पर गए हैं, वे अपने कैंपों में भी नहीं लौटे हैं। पत्र में बताया कि रोहिंग्या समुदाय के लोग डेराबस्सी पंजाब, जम्मू और कश्मीर में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मंत्रालय ने कहा कि तबलीगी जमात से लिंक होने के कारण रोहिंग्या मुसलमानों और उनके परिचितों का कोविड-19 टेस्ट कराना जरूरी है। 

जमात के लोगों ने देश में बढ़ाया कोरोना संकट
बता दें कि पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में तबलीगी जमात का एक आयोजन हुआ था। इस मरकज से दिल्ली पुलिस ने 2000 के करीब जमातियों को पकड़ा था। वहीं इस कार्यक्रम में शामिल जमात के कई लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। वहीं जिन राज्यों में जमात के लोग वापस गए, वहां इनके संपर्क में आने से कई लोग भी संक्रमित हुए। इसके बाद देश में कोरोना मरीजों की संख्या में उछाल देखने को मिला।

दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया गैर-इरादतन हत्या का केस 
दिल्ली पुलिस ने जमात के मौलाना मोहम्मद साद समेत कई लोगों पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। इसके अलावा जमात में शामिल 1890 विदेशी नागरिकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। पुलिस का कहना है कि ये लोग वीजा नियमों का उल्लंघन कर कार्यक्रम में शामिल हुए थे। पुलिस ने मरकज से 2300 से अधिक लोगों को बाहर निकाला था, जिनमें 500 से अधिक विदेशी थे।

ईडी ने भी मौलाना साद पर कसा शिकंजा
वहीं ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने भी मरकज प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ धन शोधन रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया है। वित्तीय जांच एजेंसी को संदेह है कि मौलाना साद के संगठन द्वारा विदेशों से बड़ी मात्रा में धन प्राप्त किया गया था और सरकारी अधिकारियों के समक्ष इसका खुलासा नहीं किया गया। ईडी द्वारा मौलाना साद के 8 सहयोगियों को भी बुक किया गया है।

 

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