Covid-19: दिल्ली में कोरोना से पहली बार 1 दिन में 357 मौतें, सक्रिय मरीज 93,080
Covid-19: दिल्ली में कोरोना से पहली बार 1 दिन में 357 मौतें, सक्रिय मरीज 93,080
- दिल्ली में कोरोना से होने वाली मृत्यु का यह एक नया रिकॉर्ड है
- बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना से 357 व्यक्तियों की मृत्यु हुई
- शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के कारण 348 व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना के कारण होने वाली मौतों मौतों का आंकड़ा हर रोज बढ़ता जा रहा है। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना से 357 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। दिल्ली में कोरोना से होने वाली मृत्यु का यह एक नया रिकॉर्ड है। शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के कारण 348 व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी। दिल्ली में कोरोना से अभी तक 13898 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। फिलहाल दिल्ली में 93,080 एक्टिव कोरोना रोगी है। इनमें से 50,285 कोरोना रोगी होम आइसोलेशन में रह रहे हैं, जबकि शेष रोगियों को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों व कोरोना केंद्रों में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली में अभी भी कोरोना पॉजिटिविटी दर 32 फीसदी से अधिक बनी हुई है। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कुल 74,702 व्यक्तियों की कोरोना जांच की गई। इनमें से 24,103 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसी दौरान 22,695 कोरोना रोगी स्वस्थ भी हुए हैं। उधर, दूसरी ओर अभी भी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। दिल्ली सरकार का कहना है कि उन्हें आवंटित की गई 480 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के बजाए 23 अप्रैल को केवल 309 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है।
दिल्ली के कई अन्य बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट है। इन सभी अस्पतालों में सैकड़ों कोरोना रोगी भर्ती हैं, जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की आवश्यकता है। इन अस्पतालों में जयपुर गोल्डन अस्पताल, सर गंगा राम अस्पताल, बत्रा हॉस्पिटल, सरोज हॉस्पिटल, व गुरु तेग बहादुर जैसे बड़े अस्पताल भी शामिल हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने पत्र लिख कर सभी से अपील की है कि अगर उनके पास अतिरिक्त ऑक्सीजन है, तो दिल्ली को उपलब्ध कराएं।
दिल्ली में लगातार कोरोना रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब छतरपुर और बुराड़ी में अस्थायी कोरोना अस्पताल शुरू किए जा रहे हैं। यहां कोरोना रोगियों के उपचार एवं उन्हें ऑक्सीजन प्रदान करने की व्यवस्था भी की जाएगी। हालांकि गंभीर रूप से बीमार कोरोना रोगियों को यहां नहीं रखा जाएगा।