Coronavirus: जानें कब, कहां और कैसे पैदा हुआ कोरोना वायरस ? ये शख्स था पहला मरीज
Coronavirus: जानें कब, कहां और कैसे पैदा हुआ कोरोना वायरस ? ये शख्स था पहला मरीज
- 7000 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है वायरस
- कोरोनावायरस से 145 देशों में लाखों लोग संक्रमित
- दुनियाभर में कोरोनावायरस का कहर जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर आज पूरी दुनिया झेल रही है। 145 से ज्यादा देशों में फैल चुके इस वायरस से 7000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। इलाज अब तक नहीं मिल पाया है। पूरा विश्व कोरोना से लड़ने की कोशिश कर रहा है। यह वायरस कब, कहां और कैसे पैदा हुआ ? इंसानों तक कैसे पहुंचा ? कौन था वायरस से पीड़ित पहला मरीज ? ऐसे कई सवाल आज हर किसी के जेहन में घूम रहे हैं। जिन्हें जानना आपके लिए बेहद जरुरी है।
कोरोना को लेकर पिछले दो महीने से चीन में और अब पूरी दुनिया में हाहाकर मचा हुआ है। ईरान से लेकर इटली (Italy) तक और इंग्लैंड से लेकर अमेरिका तक और अब भारत में भी कोरोना दाखिल हो चुका है। चीन (China) से निकले इस जानलेवा वायरस का अभी तक इलाज नहीं मिल सका है। इस वायरस के रहस्य को अभी तक नहीं सुलझाया जा सका है। लिहाज इस वायरस की तह तक पहुंचना बेहद जरुरी है। ये जनाना जरुरी है कि कोरोना कब, कहां और कैसे आया ?
यहां से आया कोरोनावायरस !
कोरोना वायरस के पैदा होने को लेकर चीनी प्रशासन और विशेषज्ञों के बीच अभी भी मतभेद बना हुआ। बीबीसी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार इस वायरस से संक्रमित पहला मरीज 31 दिसंबर 2019 को सामने आया था। ये मरीज अलजायमर से पीढ़ित था और मछली बाजार के पास रहता था। वुहान (Wuhan) के जिनिनटान अस्पताल की एक वरिष्ठ डॉक्टर और रिपोर्ट तैयार करने वाले शोधकर्ताओं में से वू वेनजुआन ने बताया था कि वह मरीज मछली बाजार से कुछ ही दूरी पर रहता था। वह बीमार था और इसलिए वह बाहर गया ही नहीं था। शोधकर्ताओं ने ये भी पाया कि अस्पताल में दाखिल हुए 41 मरीजों के सैंपल में 27 लोग ऐसे थे जो मछली बाजार के संपर्क में आए थे। वहीं विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organization) का मानना है कि ये संक्रमण किसी जहरीले जानवर से ही इंसानों में फैला है। जिनसें चमगादड़, सी-फूड और सांप की संभावना सबसे ज्यादा है। फिलहाल कोई भी शोधकर्ता या डॉक्टर इस वायरस की उत्पत्ति का पता नहीं लगा पाए हैं।
कोरोना वायरस का "पेशेंट ज़ीरो"
"पेशेंट जीरो" का मतलब होता है कि किसी बीमारी या वायरस से संक्रमित होना वाला दुनिया का पहला मरीज या व्यक्ति। कोरोनावायरस के केस में अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस वायरस से संक्रमित होने वाला पहला व्यक्ति कौन था ? अब तक मिली जानकारी के अनुसार सिर्फ इतना ही पता चल पाया है कि इस बीमारी से ग्रस्ति पहला व्यक्ति 31 दिसंबर 2019 को मिला था। शोधकर्ता और डॉक्टर वू वेनजुआन के अनुसार कोरोनावायरस का ये मरीज वुहान शहर के मछली बाजार के पास रहता था। वहीं से ये Covid-19 के संपर्क में आया। वहीं लांसेट मेडिकल जर्नल में चीनी शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार कोरोनावायरस का पहला मरीज वुहान शहर के एक मछली बाजार के पास रहता था। हांलाकि यह व्यक्ति वुहान के मछली थोक बाजार के संपर्क में नहीं आया था।
दुनियाभर में ऐसे फैला संक्रमण
बहुत सूक्ष्म और प्रभावी कोरोनावायरस बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे तक फैलता है। डॉक्टरों के मुताबिक ये एक संक्रमित बीमारी है। चीन के वुहान से निकला या वायरस बढ़ी ही तेजी के साथ पूरे चीन में फैल गया है। दूसरे देशों में इस वायरस के फैलने की वजह अन्य देशों से चीन की यात्रा पर गए वे लोग है जो वहां से आने के बाद संक्रमित पाए गए है। इटली, अमेरिका, फ्रांस, भारत, जापान, इंग्लैंड, कोरिया समेत दुनिया भर करीब 145 देशों में ये वायरस इसी तरह फैल रहा है। हांलाकि अब सभी देशों ने इस वायरस पर लगाम कसने के लिए सबी अंतरर्राष्ट्रीय यात्राओं पर रोक लगा दी है।
145 देशों में 7000 से ज्यादा मौतें
चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैला ये वायरस तेजी से बढ़ रहा है। इस वायरस से अबतक 145 देशों में 7000 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं लोगों लोग संक्रमित हो चुके हैं। वायरस निपटने के लिए दुनिया के सभी देश लगातार शोध कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस वायरस का कोई एंटीवायरस नहीं मिला है। लिहाज सिर्फ सर्तकता ही वायरस से आपको बचा सकती है।