कांग्रेस का मोदी सरकार पर तंज- अर्थव्यवस्था का अर्थ बिगाड़ा, रुपया हुआ कंगाल
कांग्रेस का मोदी सरकार पर तंज- अर्थव्यवस्था का अर्थ बिगाड़ा, रुपया हुआ कंगाल
- अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
- ट्विटर पर सिलसिलेवार किए कई व्यंग भरे ट्वीट
- सरकार ने अर्थव्यस्था को पटरी पर लाने के लिए आरबीआई से मांगे 1.76 लाख करोड़
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। देश में अर्थव्यवस्था की कमर टूटी जा रही है। रुपया में लगातार गिर रहा है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है। ऐसे स्थिति में कांग्रेस ने मोदी सरकार को सिलसिलेवार व्यंग्य भरे ट्वीट के जरिए घेरा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। इससे पहले कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था संभालने के तरीके और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित किए जाने को लेकर सरकार की आलोचना की थी।
कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर व्यंग भरे अंदाज में लिखा, अर्थव्यवस्था का अर्थ बिगाड़ा, रुपया हुआ कंगाल। धंधे सारे बंद हो गए, ये है मोदी का कमाल। वहीं अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, रुपया हुआ है बेदम, देखो साहेब का कमाल। ऊपर साहेब, नीचे रुपया, हुआ है बुरा हाल। बता दें कि अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने आरबीआई से 1.76 लाख करोड़ रुपये मांगे हैं।
अर्थव्यवस्था का अर्थ बिगाड़ा, रुपया हुआ कंगाल।
— Congress (@INCIndia) August 29, 2019
धंधे सारे बंद हो गए, ये है मोदी का कमाल।।#UnfitGovtUnfitEconomy pic.twitter.com/JPRi3CJpKi
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट के जरिए कहा, इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (फिच ग्रुप) ने वित्त वर्ष 2020 के लिए भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) दर 7.3 फीसदी से घटाकर 6.7 फीसदी कर दी है। उसका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2020 में लगातार तीसरे साल आर्थिक विकास दर मंद रहेगी।
After looting the RBI, the least this govt can do is inform taxpayers how their money will be used.
— Congress (@INCIndia) August 29, 2019
Unfortunately asking BJP to be transparent is like asking BJP to fix the economy - Impossible. #UnfitGovtUnfitEconomy pic.twitter.com/dUiXwhSiF8
कांग्रेस पार्टी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से किए गए एक अन्य ट्वीट में कहा, आरबीआई को लूटने के बाद यह सरकार जो कर सकती है वह यह है कि करदाताओं को सूचित करे कि उनके पैसे का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा। लेकिन, दुर्भाग्य से भाजपा को पारदर्शी बनने के लिए पूछना वैसा ही है जैसा कि भाजपा को अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कहना-असंभव।
रुपया हुआ है बेदम, देखो साहेब का कमाल।
— Congress (@INCIndia) August 29, 2019
ऊपर साहेब, नीचे रुपया, हुआ है बुरा हाल।।#UnfitGovtUnfitEconomy pic.twitter.com/bHDzPf75bM