कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने खोया आपा, लाइव डिबेट में पानी से भरा ग्लास पटका
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने खोया आपा, लाइव डिबेट में पानी से भरा ग्लास पटका
- कांग्रेस के प्रवक्ता ने बीच डिबेट में अपना आपा खो दिया और पानी से भरा ग्लास टेबल पर पटक दिया।
- शनिवार को एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल पर चल रही लाइव डिबेट में बीजेपी और कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने अपनी मर्यादाओं को लांध दिया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टीवी चैनलों पर रोजाना होने वाली डिबेट में अक्सर राजनीतिक पार्टियों के प्रवक्ताओं को आपने एक दूसरे पर तीखी टीका-टिप्पणी करते सुना होगा, लेकिन शनिवार को एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल पर चल रही लाइव डिबेट में बीजेपी और कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने अपनी मर्यादाओं को लांध दिया। राजनीतिक अपरिपक्वता और अशोभनीय आचरण का परिचय देते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता ने बीच डिबेट में अपना आपा खो दिया और पानी से भरा ग्लास टेबल पर पटक दिया।
राष्ट्रीय चैनल न्यूज 24 पर सबसे बड़ा सवाल नाम के डिबेट शो में कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा और बीजेपी प्रवक्ता के.के शर्मा को आमंत्रित किया गया था। आर्क लाइट चालू थी, कैमरा चल रहा था, बहस लाइव थी। डिबेट का विषय था क्या बीजेपी अब चुनाव में सेना का नाम नहीं लेगी? दोनों प्रवक्ताओं के बीच बहस की शुरुआत गद्दार शब्द कहने को लेकर हुई।
दरअसल, बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस प्रवक्ता को गद्दार कह दिया था। इससे कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा भड़क उठे और उन्होंने गुस्से में आकर पानी से भरा ग्लास टेबल पर पटक दिया। पानी के छीटें न्यूज एंकर संदीप चौधरी और वहां बैठे सभी गेस्ट पर पड़े। इसमें रिटायर्ड आर्मी जनरल भी शामिल थे। इस बात पर सभी पैनलिस्ट ने नाराजगी जताई और आलोक शर्मा को माफी मांगने के लिए कहा। लेकिन शर्मा ने ऐसा नहीं किया और गद्दार कहे जाने के लिए बीजेपी प्रवक्ता से माफी मांगने के लिए कहा।
एंकर ने इस दौरान दोनों प्रवक्ताओं को समझाइश देकर शांत कराने की कोशिश की, लेकिन ये बहस बढ़ती चली गई। एंकर ने बीजेपी के प्रवक्ता को भी भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करने पर चेताया, जिसके कारण टीवी स्टूडियो में ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी। हालांकि इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ और दोनों के बीच बहस बढ़ती चली गई। इस दौरान दोनों प्रवक्ताओं ने एक-दूसरे को धमकी भी दी और जमकर तू-तड़ाक हुई। आखिरकर ऐंकर को बीच में ही कार्यक्रम खत्म करना पड़ा और दोनों प्रवक्ताओं को स्टूडियो से चले जाने के लिए कह दिया गया।