192 दिन, 3325 किमी पैदल परिक्रमा, मां नर्मदा देगी राजनीतिक मोक्ष ?
192 दिन, 3325 किमी पैदल परिक्रमा, मां नर्मदा देगी राजनीतिक मोक्ष ?
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की "नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा" सोमवार को पूरी हो गई। दिग्विजय सिंह ने इस यात्रा की शुरुआत पिछले साल 30 सितंबर को नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट से अपनी पत्नी अमृता राय के साथ शुरू किया था। दिग्विजय सिंह ने अपनी पत्नी के साथ 192 दिन में 3300 किलोमीटर की पैदल यात्रा की। इस दौरान उन्होंने रोजाना 20-25 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया। बता दें कि नर्मदा यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने राजनीति को दूर ही रखा और इस दौरान कोई भी राजनीतिक टिप्पणी करने से साफ मना कर दिया।
100 से ज्यादा विधानसभा सीटों को किया कवर
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने "नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा" की शुरुआत 30 सितंबर 2017 को शंकराचार्य स्वरूपानंद स्वरस्वती का आशीर्वाद लेकर की थी। इस यात्रा को उन्होंने पूरी तरह आध्यात्मिक और धार्मिक रखा गया। दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमृता राय की इस यात्रा के दौरान उन्होंने 192 दिनों में 3325 किलोमीटर का सफर तय किया। इसके लिए उन्होंने रोजाना 20-25 किलोमीटर तक की यात्रा तय की। दिग्विजय सिंह ने अपनी यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश की करीब 120 विधानसभा सीटों को कवर किया।
नर्मदा नदी के पूजन के बाद होगा भंडारा
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी की नर्मदा परिक्रमा यात्रा के समापन के दौरान कांग्रेस के कई नेता, विधायक और सांसद भी मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही समापन अवर पर धार्मिक अनुष्ठान होगा और उसका बाद नर्मदा नदी का पूजन किया जाएगा। इसके बाद भंडारे का भी आयोजन रखा गया है। बताया जा रहा है कि दिग्विजय परिक्रमा यात्रा के बाद शिवराज सिंह चौहान की नर्मदा यात्रा में हुए कथित घोटाले का खुलासा भी कर सकते हैं।
पूरी तरह राजनीति से दूर रही नर्मदा यात्रा
नर्मदा परिक्रमा यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह राजनीति से दूर ही रहे। हालांकि उन्होंने भी अपनी इस यात्रा को आध्यात्मिक और धार्मिक बताया था। यात्रा के दौरान दिग्विजय के साथ उनकी पत्नी अमृता और साधुओं-भक्तों की टोली ही चलती रही। इस दौरान उन्होंने राजनीति से जुड़े सवालों का भी जवाब भी नहीं दिया और जब उनसे कोई राजनीतिक सवाल पूछा भी गया तो वो सिर्फ "हर-हर नर्मदे" कहकर चले जाते थे। इतना ही नहीं बताया ये भी जा रहा है कि अपनी यात्रा को आध्यात्मिक बनाने के लिए दिग्विजय और उनकी पत्नी ने खुद खाना पकाकर खाया। बताया जा रहा है कि यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी को जो खाना मिलता था, वो शाम को खुद ही पकाते थे और उसे ही खाते थे।
अगस्त में ही शुरू कर दी थी तैयारी
नर्मदा परिक्रमा यात्रा पिछले साल 30 सितंबर को दशहरे से शुरू हुई थी। इसके लिए रोजाना 20-25 किलोमीटर तक का सफर तय करना था। अपनी यात्रा के लिए दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमृता राय ने एक महीने पहले ही यानी अगस्त में ही इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। जानकारी के मुताबिक, दिग्विजय ने एक महीने पहले से ही अपने लोदी रोड के घर के पास लोदी गार्डन में रोज शाम 15-20 किलोमीटर पैदल चलना शुरू कर दिया था।
दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा की बड़ी बातें :
- दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमृता राय ने 30 सितंबर को बरमान घाट से शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के आशीर्वाद के साथ "नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा" की शुरुआत की थी।
- रोजाना 20-25 किलोमीटर तक का सफर पैदल तय कर दिग्विजय सिंह ने इस यात्रा के दौरान लगभग 3325 किलोमीटर की पैदल यात्रा की।
- इस यात्रा के दौरान दिग्विजय ने मध्य प्रदेश की 120 से ज्यादा विधानसभा सीटों समेत गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ क्षेत्र को कवर किया।
- इस यात्रा में कांग्रेस सांसद कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, अशोक गहलोत, अहमद पटेल जैसे बड़े नेता भी शामिल हुए। वहीं आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, पंजबा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों से कांग्रेस कार्यकर्ता इस यात्रा में पहुंचे।
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाई नरेंद्र चौहान, पूर्व बीजेपी नेता विक्रम वर्मा, प्रह्लाद पटेल, जेडीयू नेता शरद यादव समेत कई पार्टियों के नेताओं ने भी दिग्विजय का साथ दिया।