कोरोना की दूसरी लहर का कारण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नौटंकी- राहुल गांधी
कोरोना की दूसरी लहर का कारण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नौटंकी- राहुल गांधी
- कोरोना की दूसरी लहर के लिए मोदी जिम्मेदार-राहुल गांधी
- कोरोनावायरस एक बदलती हुई बीमारी है- राहुल गांधी
- मैं लोगों को डरा नहीं रहा। मुझे लोगों की फिक्र है- राहुल गांधी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज (शुक्रवार) कोरोनावायरस महामारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर घेरा। राहुल गांधी ने एक वीडियो प्रेस कांफ्रेंस में पीएम मोदी को कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार बताया। राहुल गांधी ने कहा, ये दूसरी वेव प्रधानमंत्री की ज़िम्मेदारी है, प्रधानमंत्री ने जो नौटंकी की, अपनी ज़िम्मेदारी पूरी नहीं की उसका कारण दूसरी वेव है। अगर वैक्सीनेशन इसी तरह से चलता गया तो मई 2024 में हिन्दुस्तान की पूरी जनता का वैक्सीनेशन होगा।
राहुल गांधी ने कहा, सरकार और प्रधानमंत्री को आज तक कोरोना समझ ही नहीं आया है। कोरोना सिर्फ एक बीमारी नहीं है, कोरोना एक बदलती हुई बीमारी है। आप इसको जितना समय और जगह देंगे ये उतना खतरनाक बनता जाएगा। राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन की रफ्तार को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, अगर इस रेट पर वैक्सीनेशन चलता गया तो तीसरी, चौथी और पांचवी लहर आएगी। हमारी मृत्यु दर झूठ है और सरकार इस झूठ को फैला रही है। सरकार को समझना चाहिए कि विपक्ष उनका दुश्मन नहीं है, विपक्ष उनको रास्ता दिखा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा, वैक्सीन कोरोना वायरस महामारी का एक स्थायी समाधान है। लॉकडाउन, मास्क, सोशल डिस्टेसिंग अस्थाई समाधान है। वैक्सीनेशन प्लान के साथ नहीं किया गया तो एक नहीं अनेक बार लोग मरेंगे, नई लहर आती जाएगी। आज 97 फीसदी लोगों को कोरोना हो सकता है। दरवाजा खुला है। अमेरिका ने आधी आबादी को वैक्सीन लगा दी है, हम वैक्सीन कैपिटल हैं लेकिन बुरी हालत है। मैंने और बहुत लोगों ने सरकार को कई बार कोरोना को लेकर चेताया, लेकिन सरकार ने हमारा मजाक उड़ाया। प्रधानमंत्री ने तो कोरोना पर जीत की घोषणा कर दी।
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना महज एक बीमारी नहीं, बदलती हुई बीमारी है। जितना समय और जगह इसे देंगे उतना खतरनाक बनता जाएगा। मैंने फरवरी में ही कहा कि कोरोना को जगह मत दीजिए। कहा जाता है कि मैं लोगों को डरा रहा हूं। मैं लोगों को डरा नहीं रहा। मुझे लोगों की फिक्र है। हम किस्मत वाले हैं कि दूसरी बीमारी भी कोरोना वायरस जैसा ही है,अगली बीमारी कुछ और रूप ले सकती है। वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ानी ही होगी। अगर ऐसा नहीं होता तो मौजूदा 3% वैक्सीनेशन के दर से अगल वेब आना तय है।