चिन्मय कृष्ण दास गिरफ्तारी: विदेश राज्य मंत्री ने बांग्लादेशी उच्चायुक्त से फोन पर की बात, हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा की ली जानकारी
- पुजारी कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर बवाल
- पवित्रा मार्गिटा की बांग्लादेश उच्चायुक्त से चर्चा
- कोलकाता में भी हुआ प्रोटेस्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हो गई है। इस तनावपूर्ण माहौल के बीच भारत के विदेश राज्य मंत्री (Minister of State for External Affairs) पवित्रा मार्गिटा (Pavitra Margita) ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त से फोन पर बात की है। बताया जा रहा है कि इसी मामले को लेकर दोनों की मुलाकात भी जल्द ही होने वाली है। जारी हिंसा के बीच मार्गिटा का पड़ोसी मुल्क के उच्चायुक्त से बात करना बहुत मायने रखता है। इस बातचीत से स्थिति में कुछ हद तक बदलाव आने की गुंजाइश हो सकती है।
भारत में भी प्रदर्शन
आपको बता दें कि, बांग्लादेश में इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बवाल मचा हुआ है। हिंदू समुदाय बांग्लादेश और भारत में इसका जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पुजारी कृष्ण दास की रिहाई को लेकर विरोध किया।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बांग्लादेश की राजधानी ढाका से चटगांव जाते वक्त सोमवार (25 नवंबर) को इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास को अरेस्ट कर लिया गया। जिसके विरोध में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय सड़कों पर उतर आए। जिसके बाद बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और जमात के गुस्साए कार्यकर्ताओं ने हिंदुओं पर हमला कर दिया। जानकारी है कि इस हमले में 50 लोग जख्मी हो गए। इसके अलावा हिंदुओं ने सोमवार देर रात मौलवी बाजार में बड़ी रैली निकाली। लोग अपने-अपने हाथों में मशाल लेकर हर हर महादेव और जय सियाराम के जयकारे लगा विरोध प्रदर्शन किया।
क्यों हुई गिरफ्तारी?
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास और 18 अन्य लोगों पर 30 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई थी। उन पर बांग्लादेश की सरकार के खिलाफ बोलने का आरोप लगा है। साथ ही, अल्पसंख्यकों की आवाज बनने और हिंदू समाज की रैलियों में बांग्लादेश के झंडे को अपमान करने का भी इल्जाम है।