कमलनाथ का हेलिकॉप्टर भटका, खेत में कराई इमरजेंसी लैंडिंग
कमलनाथ का हेलिकॉप्टर भटका, खेत में कराई इमरजेंसी लैंडिंग
डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर। शुक्रवार सुबह शंकराचार्य से मिलने के लिए झौतश्वर जा रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के साथ एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया। हेलिकॉप्टर के भटक जाने से करेली नगर के पास ही बांसादेही हार के एक खेत में उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ गई। बताया गया है कि हेलिकॉप्टर के पॉयलेट को गलत कोआर्डिनेट किया गया था। इमरजेंसी लेंडिंग के बाद जल्दी ही सही कोआर्डीनेट मिलने पर हेलिकॉप्टर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गया। हेलिकॉप्टर में कमलनाथ के साथ दीपक सक्सेना एवं छिंदवाड़ा कांग्रेस जिला अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी भी थे।
जानकारी के अनुसार खेत पर हेलिकॉप्टर उतरते देख वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा होने लगी थी। जब तक प्रशाासनिक अधिकारियों को भनक लगती तब तक उनका हेलिकॉप्टर उड़ान भर चुका था। झौतेश्वर पहुंचकर कमलनाथ ने त्रिपुर सुंदरी के दर्शन कर पूजन किया। तत्पश्चात जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से भेंट कर आशीर्वाद लिया एवं आधे घंटे तक चर्चा करने के उपरांत रवाना हुए। राजनीतिक हलकों में यह मुलाकात खास मानी जा रही है। 5 दिन पहले ही 9 अप्रैल को कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के समापन मौके पर नरसिंहपुर जिले के नर्मदा तट बरमान में उनसे मुलाकात की थी। कमलनाथ के झौतेश्वर पहुंचने पर वहां मौजूद पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने उनका स्वागत किया तथा विभिन्न विषयों पर चर्चा की। गौरतलब है कि सुरेश पचौरी गुरुवार की रात ही झौतेश्वर पहुंचे थे।
जनता चुनेगी मुख्यमंत्री
झौतेश्वर में मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि वे यहां शंकराचार्य महाराज से आशीर्वाद लेने आए हैं, उनकी मुलाकात के कोई राजनैतिक मायने न निकाले। जब उनसे पत्रकारों ने पूछा कि कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल में कमलनाथ का अहम योगदान रहा। कहीं दिग्विजय सिंह आपको मुख्यमंत्री के रूप में प्रजेन्ट तो नहीं कर रहे? इस पर कमलनाथ ने कहा यह उनकी व्यक्तिगत राय है, मुख्यमंत्री तो मप्र की जनता ही तय करेगी।