देवरिया जेलकांड: अतीक अहमद के ठिकानों CBI का छापा, खंगाला जा रहा है कोना-कोना
देवरिया जेलकांड: अतीक अहमद के ठिकानों CBI का छापा, खंगाला जा रहा है कोना-कोना
- देवरिया जेलकांड मामले में सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे जांच के आदेश
- प्रयागराज स्थित अतीक के घर-ठिकानों कोने-कोने का खंगाल रही है टीम
- समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद के कई ठिकानों पर CBI का छापा
डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद के कई ठिकानों पर आज (बुधवार) सुबह से सीबीआई छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। देवरिया जेलकांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम प्रयागराज स्थित अतीक घर और कार्यालय पर छापेमारी कर रही है। अतीक अहमद के निवास और कार्यालय पर पीएसी और पुलिस ने दबिश दी है, घर का कोना-कोना खंगाला जा रहा है। सीबीआई की टीम मामले से जुड़े सभी सबूत जुटा रही है। पांच गाड़ी पीएसी, तीन गाड़ी आरएएफ के साथ कई थानों से भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है।
Prayagraj: Police Rapid Action Force (RAF) present outside the residence of former Samajwadi Party MP, Atiq Ahmed. A raid is underway at his residential premises. More details awaited. pic.twitter.com/7PqbdMzSCy
— ANI UP (@ANINewsUP) July 17, 2019
इससे पहले मंगलवार को देवरिया जेलकांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम जिले में डटी रही। देवरिया के होटलों का रिकॉर्ड खंगाल रही टीम यह जानने में जुटी रही कि देवरिया जेल में अतीक के रहने के दौरान किस-किसने यहां ठिकाना बनाया था। अतीक के गैंग से जुड़े लोग कब-कब और किस होटल में रहे। टीम जिला जेल से रिहा हुए उन बंदियों से भी पूछताछ में जुटी है जो अतीक के साथ उसके या आसपास की बैरक में रहे।
बता दें कि देवरिया जेल में बिजनेसमैन की पिटाई के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को जांच करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद सीबीआई ने अतीक के खिलाफ यह कार्रवाई की है। सीबीआई ने अतीक अहमद और अन्य के खिलाफ एक बिजनेसमैन के अपहरण और उनके साथ मारपीट करने का मामला दर्ज किया था और अहमद और उसके साथियों पर अपहरण, जबरन वसूली, आपराधिक धमकी, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और डकैती की धाराओं के तहत आरोप लगाए थे। फिलहाल अतीक अहमद गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद है।
गौरतलब है कि अतीक अहमद 2004 से 2009 तक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से 14वीं लोकसभा में समाजवादी पार्टी का सांसद था। वह पांच बार विधायक रहा और 11 फरवरी, 2017 से जेल में है। सीबीआई ने 23 अप्रैल, 2019 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया।