कैप्टन साहिब अच्छे दोस्त, रंधावा चाहें तो तीसरे देश से करवा लें जांच
पाकिस्तानी पत्रकार आलम कैप्टन साहिब अच्छे दोस्त, रंधावा चाहें तो तीसरे देश से करवा लें जांच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस की विरोधी राजनीति हमलों के बीच फंसी पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने मंगलवार को कहा कि वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के साथ अपने कथित संबंधों को लेकर भारतीय एजेंसियों की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। साथ ही पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने इन आरोपों को लेकर अपमानजनक और बेहद निराशा व्यक्त की।
सुखजिन्दर सिंह रंधावा के आरोप
पंजाब में बदलते राजनीतिक समीकरणों के बदलावों के संदर्भ में रंधावा ने हाल ही में सवाल किया कि अरूसा साढ़े चार साल तक भारत में रहीं और समय-समय पर उनकी वीजा अवधि को बढ़ावा गया।पंजाब के उपमुख्यमंत्री और गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पिछले दिनों कहा था कि पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की सदस्य है या नहीं इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने पत्रकार का पूर्व सीएम अमरिंदर से संबंध बताया था।
जांच में सहयोग के लिए तैयार
महिला पत्रकार ने आईएसआई के साथ उनके संबंधों की जांच करवाने के रंधावा के दावे को लेकर उनके अधिकार क्षेत्र पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "रंधावा को उनका अधिकार क्षेत्र नहीं पता है। लेकिन अगर वह मेरी जांच करना चाहते हैं तो मैं उनका बहुत स्वागत करती हूं। रंधावा ने दावा किया कि अमरिन्दर सिंह कई सालों से पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के मित्र हैं और वह वर्षों से भारत में रह रही थीं और केन्द्र ने समय-समय पर उनका वीजा बढ़ाया है।
पूर्व सीएम अमरिन्दर को बताया अच्छा दोस्त
पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा अगर भारत की केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच करना चाहती हैं तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। भारत मेरे खिलाफ झूठे तथ्यहीन और आधारहीन आरोपों की जांच करने के लिए किसी तीसरे देश के जांच एजेंसियों की भी मदद ले सकता है। पत्रकार अरूसा आलम ने कहा 16 साल पहले जब किन्हीं कारणों से मुझे भारतीय वीजा देने से मना कर दिया गया था। उस समय भारत सरकार ने ऐसी जांच की थी और बाद में वीजा जारी किया गया था। पाकिस्तानी पत्रकार आलम ने कहा कि वह भारत यात्रा पर गई थीं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह अभी भी उनके अच्छे दोस्त हैं। पंजाब कांग्रेस के नेताओं से खफा होकर पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम बोलीं अब भारत नहीं जाऊंगी।
अपमानजनक और बेहद निराशाजनक आरोप
67 वर्षीय पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने कहा इस विवाद के बावजूद कैप्टन साहिब अभी भी मेरे अच्छे मित्र हैं। पत्रकार ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके माध्यम से आईएसआई ने आखिर क्या राज हासिल कर लिया । पत्रकार ने गुस्से में कहा कि मुझ पर लगाए गए आरोप अपमानजनक और बेहद निराशाजनक हैं। रंधावा के बयान पर कि आईएसआई के साथ महिला पत्रकार के संबंध हैं या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए जांच की जाएगी। पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने आरोप लगाते हुए कहा कि आईएसआई के साथ मेरे तार जोड़ने का सोच नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य रणनीतिकार मोहम्मद मुस्तफा का होगा। संभवत: उन्होंने सिद्धू को सलाह दी होगी कि मुख्यमंत्री बनने के प्रयास में बुरी तरह विफल होने के बाद वह आईएसआई वाली बात कहें। आईएसआई वाली बात भारत में खूब पसंद की जाती है।"