नंदा देवी पर दिखे 5 पर्वतारोहियों के शव, वायुसेना चला रही सर्च ऑपरेशन
नंदा देवी पर दिखे 5 पर्वतारोहियों के शव, वायुसेना चला रही सर्च ऑपरेशन
- 8 पर्वतारोहियों के अपने बेस कैंप में न लौटने के बाद उनके लापता होने की सूचना मिली थी
- लापता पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटेन
- 2 अमेरिका
- 1 ऑस्ट्रेलिया और 1 भारत के हैं
- वायुसेना ने हिमस्खलन प्रभावित नंदा देवी चोटी के पास 5 लापता पर्वतारोहियों के शवों को देखा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना की एक सर्च टीम ने सोमवार को उत्तराखंड में हिमस्खलन प्रभावित नंदा देवी चोटी के पास पांच लापता पर्वतारोहियों के शवों को देखा। शुक्रवार को 8 पर्वतारोहियों के अपने बेस कैंप में न लौटने के बाद उनके लापता होने की सूचना मिली थी। इन पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटेन, 2 अमेरिका, 1 ऑस्ट्रेलिया और 1 भारत के हैं।
पर्वतारोहियों के दो दलों ने 13 मई को नंदा देवी के पूर्व में चढ़ाई शुरू की थी। इनमें से 8 सदस्यीय एक दल का नेतृत्व ब्रिटिश पर्वतारोही मार्टिन मोरन कर रहे थे। इस टीम में मार्टिन मोरान, जॉन मैलॉरेन, रिचर्ड पायने, रुपर्ट हावेल, एंथनी.एस, रचेल बिमेल, रुथ मैक्रेन और आईएमएफ के चेतन पांडे हैं। जब इन 8 लापता पर्वतारोहियों को ढूंढने के लिए हेलिकॉप्टर भेजा गया था तो रेस्क्यू टीम को दूसरे दल के चार सदस्य दिखाई दिए जिन्हें रविवार को नीचे लाया गया।
थॉमस ने बताया कि आखिरी बार उनका 24 मई को मोरान की टीम से संपर्क हुआ था तब वे नंदा देवी ईस्ट को छोड़कर कुछ अन्य चोटी की तरफ जा रहे थे। हालिया अभियान की शुरुआत से पहले मार्टिन मोरान ने फेसबुक पोस्ट में इस बात के संकेत दिए थे कि उनका दल इस बार किसी ऐसी चोटी पर जा रहा है, जहां पहले कोई नहीं गया। इस दल को 26 मई तक मुंसियारी स्थित बेस कैम्प में आ जाना था, लेकिन बेस कैम्प में रह रहे पोर्टर ने बताया कि यह दल 31 मई तक वापस नहीं लौटा।
पर्वतारोही मार्क थॉमस, जिन्हें तीन अन्य लोगों के साथ रविवार को बचाया गया था, वह 8 लापता पर्वतारोहियों की खोज के लिए भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर में सर्च टीम के साथ गए। इस दौरान थॉमस ने कुछ तस्वीरें लीं और उनमें पर्वतारोहियों के पीठ पर लटकने वाले बैग जैसा कुछ देखा। खराब मौसम के कारण तस्वीरें स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन जो भी तस्वीरें ली गई हैं उनकी बारीकी से जांच करने पर 5 शव नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि रात में जहां पर्वतारोहियों ने डेरा डाला था उससे कुछ दूरी पर ही दल बर्फीले तूफान में फंस गया। अब शवों को निकालने की योजना बनाई जा रही है।