भोपाल कोर्ट ने MCU के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला को जारी किया समन
भोपाल कोर्ट ने MCU के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला को जारी किया समन
- भोपाल की अदालत ने माखनलाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला को 31 अगस्त को पेश होने के लिए समन जारी किया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की एक अदालत ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके. कुठियाला को 31अगस्त को कथित वित्तीय विसंगतियों के संबंध में पेश होने के लिए समन जारी किया है। वहीं बीके कुठियाला ने हाईकोर्ट जबलपुर से अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
Bhopal: BK Kuthiala, former Vice-Chancellor of Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism Communication, asked by Special Judge, Bhopal to "present himself before the court tomorrow" "failure to do so will result in attaching of his personal property"
— ANI (@ANI) July 30, 2019
मध्य प्रदेश आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 14 अप्रैल को नियुक्तियों और वित्तीय मामलों में कथित अनियमितताओं के लिए कुठियाला और एचओडी सहित 19 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। नोटिस में कुठियाला को विशेष न्यायाधीश संजीव पांडे के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है। बृजकिशोर कुठियाला को विशेष न्यायाधीश ने कोर्ट के समक्ष पेश होने के लिए कहा। ऐसा न करने पर उनकी निजी संपत्ति अटैच की जाएगी।
नोटिस में कहा गया है, भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 420 और 120 बी और भ्रष्टाचार निरोधक (पीसी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी फरार है और कई प्रयासों के बावजूद गिरफ्तार नहीं किया जा सका।आरोपी उसके खिलाफ जारी वारंट से बचने के लिए फरार है। 14 अप्रैल को 300 से अधिक शिक्षाविदों ने उपराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखा था, जिसमें पूर्व कुलपति और अन्य पर दर्ज एफआईआर को वापस लेने की मांग की गई थी।
वहीं विश्वविद्यालय में आर्थिक अनियमितताओं के मामले में फरार चल रहे पूर्व कुलपति बीके कुठियाला ने जबलपुर हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। कुठियाला ने हाईकोर्ट में ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज FIR निरस्त करने की याचिका लगा रखी हैं। जिस पर चार हफ्ते बाद सुनवाई होनी है। कुठियाला गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अदालतों में याचिका-आवेदन पेश कर रहे हैं। अब तक जिला अदालत और उच्च न्यायालय में कुठियाला के खिलाफ ही निर्णय आया है।
गौरतलब है कि, जिला अदालत ने कुठियाला को फरार अपराधी घोषित कर रखा हैं। उन्हें 31 अगस्त तक जिला अदालत में पेश होना हैं। वारंट के आधार पर अब ईओडब्ल्यू ने कुठियाला की गोपनीय तरीके से तलाशी शुरू कर दी हैं।