B'Day शरद पवार: किसान नेता के रूप में रखा था राजनीति में कदम, आज हाथ में है महाराष्ट्र सत्ता की पावर
B'Day शरद पवार: किसान नेता के रूप में रखा था राजनीति में कदम, आज हाथ में है महाराष्ट्र सत्ता की पावर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में एक किसान नेता के तौर पर कदम रखने वाले शरद पवार के हाथ में आज माराष्ट्र सत्ता की पावर है। वे आज एक प्रभावशाली नेता के रूप में जाने जाते हैं, जिनके कार्य की प्रशंसा प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष शरद पवार के 79 वें जन्मदिन पर हम आपको बताने जा रहे हैं उनके जीन से जुड़ी कुछ खास बातें।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने इसी वर्ष अक्टूबर माह में सतारा में मूसलाधार बारिश के दौरान एक चुनावी रैली का संबोधित किया। बादलों की गरज के बीच भींगकर चुनाव प्रचार करने की उनकी तस्वीर और वीडियो वायरल भी हुई थीं।
राष्ट्रीय राजनीति और महाराष्ट्र की क्षेत्रीय राजनीति में कड़ी पकड़ रखने वाले शरद पवार पहले कांग्रेस पार्टी में थे। 18 जुलाई 1978 को सिर्फ 37 साल की उम्र में वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए। लेकिन 10 जून 1999 में शरद पवार ने अपने राजनितिक दल नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की स्थापना की। इस राजनीतिक दल को अब 20 साल हो चुके हैं।
सन 1983 में पवार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने और अपने जीवन में पहली बार बारामती संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीता। उन्होंने सन 1985 में विधान सभा चुनाव में भी सफलता के झंडे गाढ़े और इस चुनाव को जीता। वहीं फरवरी 1990 में हुए विधानसभा चुनाव में शिव सेना और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन से कांग्रेस को कड़ी टक्कर मिली।
इसके बाद शरद पवार ने 12 निर्दलीय विधायकों से समर्थन लेकर सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बने। शरद पवार तीन अलग-अलग समय पर महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री रहने के अलावा केंद्र सरकार में भी रक्षा और कृषि मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वे राज्यसभा से सांसद हैं और अपनी पार्टी का वहां नेतृत्व कर रहे हैं।
शरद पवार अपने पिता गोविंद राव पवार और अपनी मां शारदा बाई पवार के 11 बच्चों में से एक थे। इनका पूरा नाम शरद गोविंदराव पवार है। इनका जन्म 12 दिसम्बर 1940 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। शरद के पिता गोविंदराव पवार बारामती के कृषक सहकारी संघ में कार्यरत थे और उनकी माता शारदाबाई पवार कातेवाड़ी में परिवार के फार्म की देख-रेख करती थीं। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से सम्बद्ध ब्रिहन महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स से पढ़ाई की। शरद पवार का विवाह प्रतिभा शिंदे से हुआ।