उत्तर प्रदेश में पार्टी पर आरोप के बाद भाजपा सांसद ने पार्टी से दिया इस्तीफा
उत्तर प्रदेश में पार्टी पर आरोप के बाद भाजपा सांसद ने पार्टी से दिया इस्तीफा
- बहराइच सीट से जीता था लोकसभा चुनाव
- बीजेपी पर लगाया समाज में विभाजन पैदा करने का आरोप
- बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी से दिया इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, बहराइच। भाजपा पर समाज में विभाजन का आरोप लगाते हुए भाजपा सांसद सावित्री बाई फूले ने आज (गुरुवार) को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अक्सर अपनी पार्टी के खिलाफ लाइन से हटकर बयान देने वाली सावित्री बाई फुले ने पार्टी पर समाज में विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया है। उत्तर प्रदेश की बहराइच सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची सावित्री बाई फुले दलितों का नाम लेकर अक्सर योगी सरकार पर हमला बोलती रहती हैं।
बता दें कि सावित्री बाई ने हाल ही में मऊ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा सरकार संविधान व आरक्षण समाप्त करने का कुचक्र रच रही है जिसे बहुजन समाज किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा। बहुजन समाज के लोगों को बाबा साहब डा.भीमराव आंबेडकर व भगवान गौतम बुद्ध जैसे महापुरुषों के बनाए गए संविधान विचार व व्यवस्था पर एकजुट होकर चलना होगा। इससे पहले सावित्री बाई ने अपनी पार्टी के विपरीत बयान देते हुए कहा था कि अयोध्या में राम नहीं बुद्ध का मंदिर बनना चाहिए। यह कार्य तभी संभव होगा जब बहुजन समाज व पिछड़ा समाज एकजुट होकर अपनी ताकत का एहसास कराएगा। मैं सांसद बनी हूं तो वह बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की देन है। अगर मेरी सीट आरक्षित नहीं होती तो क्या सांसद बन पाती!
भगवान हनुमान को लेकर सावित्री बाई ने विवादित बयान देते हुए कहा, हनुमान जी दलित थे। मगर एक कदम आगे बढ़कर उन्होंने यह भी कहा कि हनुमान जी मनुवादियों के गुलाम थे। अगर लोग कहते हैं कि भगवान राम हैं और उनका बेड़ा पार कराने का काम हनुमान जी ने किया था।उनमें अगर शक्ति थी तो जिन लोगों ने उनका बेड़ा पार कराने का काम किया, उन्हें बंदर क्यों बना दिया? उनको तो इंसान बनाना चाहिये था।