अरुण जेटली अभी भी ICU में, हालत गंभीर लेकिन ‘हीमोडॉयनैमिकली’ स्टेबल
अरुण जेटली अभी भी ICU में, हालत गंभीर लेकिन ‘हीमोडॉयनैमिकली’ स्टेबल
- उनकी हालत गंभीर लेकिन हेमोडायनामिक रूप से स्थिर बताई जा रही हैं
- पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली अभी भी एम्स अस्पताल के आईसीयू में है
- सूत्रों के हवाले से मंगलवार को ये जानकारी सामने आई है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली अभी भी एम्स अस्पताल के आईसीयू में है। उनकी हालत गंभीर लेकिन हीमोडॉयनैमिकली स्थिर बताई जा रही हैं। ‘हीमोडायनैमिकली’ स्थिर होने का अर्थ है कि मरीज का दिल ठीक तरीके से काम कर रहा है और उसके शरीर में रक्त का संचार सामान्य है। सूत्रों के हवाले से मंगलवार को ये जानकारी सामने आई है। बता दें कि जेटली लंबे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं।
पूर्व वित्त मंत्री को 9 अगस्त (शुक्रवार) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। भर्ती होने के बाद से जेटली की स्वास्थ्य स्थिति पर कोई बुलेटिन जारी नहीं किया है। जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने एम्स का दौरा किया था। इसके बाद उनके कार्यालय की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया था कि जेटली ट्रीटमेंट को रिसपॉन्ड कर रहे हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, MoS अश्विनी चौबे, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव ने जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए शुक्रवार को अस्पताल का दौरा किया था।
इस साल मई में भी जेटली को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। पेशे से वकील, जेटली प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे। उन्होंने वित्त और रक्षा विभागों को संभाला और अक्सर सरकार के मुख्य संकटमोचन के रूप में कार्य किया। जेटली ने अपना स्वास्थ्य ठीक ने होने के कारण 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा।
पिछले साल 14 मई को जेटली ने रीनल ट्रांसप्लांट कराया था। उस समय वित्त मंत्रालय का प्रभार जेटली की जगह पीयूष गोयल को दे दिया गया था। जेटली ने अप्रैल 2018 की शुरुआत से कार्यालय जाना बंद कर दिया था। इसके बाद 23 अगस्त 2018 को उन्होंने दोबारा वित्त मंत्रालय संभाला। सितंबर 2014 में, उन्होंने लंबे समय तक मधुमेह की स्थिति के कारण अपने वजन को कम करने के लिए बेरिएट्रिक सर्जरी करवाई थी।