अनिल विज का बयान, 'अब पाक पीएम की पार्टी जॉइन कर लें सिद्धू'
अनिल विज का बयान, 'अब पाक पीएम की पार्टी जॉइन कर लें सिद्धू'
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा है साथ ही उन्हें पाकिस्तान की पार्टी में शामिल होने की सलाह भी दी है। अनिल विज ने सिद्धू को सभी पार्टियों से अपमानित नेता बताया है। विज ने सिद्धू को पाकिस्तान जाकर इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी जॉइन करने की सलाह दी है।
सभी पार्टियों से अपमानित होने के बाद सिद्धू के पास सिर्फ एक विकल्प
अनिल विज ने ट्वीट कर कहा, "नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस और बीजेपी समेत अब सभी पार्टियों द्वारा अपमानित हो चुके हैं। अब उनके पास सिर्फ एक ही विकल्प बचा है कि वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी जॉइन कर लें। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सिद्धू को निशाना बनाने के बाद विज का बयान समाने आया है।
#NavjotSinghSidhu having snub from all parties including BJP Congres is left with no choice except to join #ImranKhan Party Pakistan Tehreek-e-Insaf
— CHOWKIDAR ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) May 20, 2019
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की अंदरूनी लड़ाई रविवार को जगजाहिर हो गई थी। अमरिंदर सिंह ने कहा था, सिद्धू मुझे हटाकर सीएम बनना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था, सिद्धू कांग्रेस की छवि बिगाड़ रहे हैं, पार्टी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
Punjab CM Capt. Amarinder Singh: There is no war of words with Navjot Singh Sidhu, if he is ambitious, it"s fine, people have ambitions. I have known him since childhood, I have no difference of opinion with him. He probably wants to become CM and replace me, that is his business pic.twitter.com/a5fMCGrBDc
— ANI (@ANI) May 19, 2019
अमरिंदर सिंह ने ये भी कहा था कि, चुनाव से पहले सिद्धू ने जो बयान दिया उसका असर पार्टी पर पड़ेगा, न की मुझ पर। यह पार्टी हाईकमान पर निर्भर करता है कि वह सिद्धू के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है, लेकिन एक पार्टी के तौर पर कांग्रेस को अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए। अमरिंदर सिंह ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा, अगर वह असली कांग्रेसी होते तो वह अपनी शिकायतों के लिए चुनाव का वक्त नहीं चुनते।