चक्रवात 'वायु' को लेकर गृहमंत्री की हाई-लेवल मीटिंग, तैयारियों की समीक्षा
चक्रवात 'वायु' को लेकर गृहमंत्री की हाई-लेवल मीटिंग, तैयारियों की समीक्षा
- इस बैठक में संबंधित राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की गई
- गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवाती तूफान 'वायु' को लेकर उच्च-स्तरीय बैठक की
- गृहमंत्री ने नियंत्रण कक्ष के 24x7 कामकाज के लिए भी निर्देश दिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवाती तूफान "वायु" को लेकर उच्च-स्तरीय बैठक की। इस बैठक में तूफान से उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटने के लिए संबंधित राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में गृह सचिव, सचिव, अर्थ साइन्स मिनिस्ट्री, भारतीय मौसम विभाग और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, शाह ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला जाए। बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के मेंटेनेंस को भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर तूफान से इन सेवाओं को नुकसान पहुंचता है तो इसे तत्काल बहाल किया जाए। गृहमंत्री ने नियंत्रण कक्ष के 24x7 कामकाज के लिए भी निर्देश दिया।
बयान में कहा गया है कि "गृह मंत्रालय राज्य सरकारों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के साथ निरंतर संपर्क में है। एनडीआरएफ की 26 टीमों को तैनात किया गया है जो नावों, ट्री-कटर, दूरसंचार उपकरण आदि से लैस हैं। गुजरात सरकार के अनुरोध पर एनडीआरएफ की और 10 टीमों को राज्य में भेजा जा रहा है। इंडियन कोस्ट गार्ड, नेवी, आर्मी और एयरफोर्स की यूनिटों को स्टैंडबाय पर रखा गया है और निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं।"
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि वायु भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में 13 जून की सुबह पोरबंदर और महुवा के बीच गुजरात के तट से टकरा सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 110-120 किमी प्रति घंटे रहने का अनुमान है। आधिकारिक बयान के अनुसार, चक्रवात के कारण गुजरात के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने का अनुमान है। जिन क्षेत्रों में तूफान की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है उनमें गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले शामिल हैं।