अनुच्छेद 370 विशेष दर्जा नहीं था, यह विशेष भेदभाव था- अजीत डोभाल

अनुच्छेद 370 विशेष दर्जा नहीं था, यह विशेष भेदभाव था- अजीत डोभाल

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-07 10:39 GMT
अनुच्छेद 370 विशेष दर्जा नहीं था, यह विशेष भेदभाव था- अजीत डोभाल
हाईलाइट
  • 230 पाकिस्तानी आतंकियों की निशानदेही हुई-डोभाल
  • अनुच्छेद 370 पर अजीत डोभाल ने दिया बड़ा बयान
  • अनुच्छेद 370 विशेष दर्जा नहीं था
  • यह विशेष भेदभाव था-डोभाल

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे हस्तक्षेप पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर ने टिप्पणी की है। डोभाल ने कहा, पाकिस्तान घाटी में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। पाक सैनिकों ने आतंकियों की घुसैपठ कराने के लिए फायरिंग की है। भारतीय सेना ने खुफिया एजेंसियों ने मिले इनपुट के आधार पर 230 पाकिस्तानी आतंकियों की निशानदेही की है। जिसमें से कुछ भाग गए तो कुछ को गिरफ्तार किया गया है। 

डोभाल ने कहा, आधुनिक समाज के कई कानून थे जो जम्मू-कश्मीर के लोगों को नहीं मिल रहे थे, शिक्षा के अधिकार से वंचित कर दिया गया था, संपत्ति के अधिकार से वंचित कर दिया गया था, इस तरह के 106 कानून 5 अगस्त से पहले अनुच्छेद 370 का संरक्षण ले रहे थे। डोभाल ने कहा, अनुच्छेद 370 विशेष दर्जा नहीं था बल्कि विशेष भेदभाव था। 

डोवाल ने कहा कि राज्य के 199 पुलिस थानों में सिर्फ 10 थानाक्षेत्रों ही पाबंदी है। बाकी इलाकों में कोई रोकटोक नहीं है। राज्य में 100 फीसदी लैंड लाइन कनेक्शन चल रहे हैं। कश्मीर की बहुसंख्यक जनता आर्टिल 370 हटने से खुश है। उन्हें वृहद भविष्य, मौके, आर्थिक प्रगति और रोजगार को लेकर आशान्वित हैं। सिर्फ कुछ शरारती तत्व इसका विरोध कर रहे हैं।

 

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