पैर फिसलने के कारण दो पहाड़ियों के बीच तीन दिन तक फंसा रहा युवक, एयरफोर्स ने ऐसे बचाई जान
जाको राखे साईंया मार सके ना कोय पैर फिसलने के कारण दो पहाड़ियों के बीच तीन दिन तक फंसा रहा युवक, एयरफोर्स ने ऐसे बचाई जान
- युवक को बचाने के लिए सेना ने 48 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल में पलक्कड़ के मलमपुझा इलाके में चट्टानों के बीच फंसे युवक को एयरफोर्स ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। युवक को बचाने के लिए सेना ने 48 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
घटना सोमवार सुबह की है, जहां 23 साल का बाबू नामक युवक अपने दोस्तों के साथ पलक्कड़ के चेराडू में कुरुंबाची की पहाड़ियों पर ट्रैकिंग के लिए गया था। लेकिन दोनों दोस्तों ने उसे बीच में ही छोड़ दिया। बाबू लगातार चोटी पर चढ़ता रहा और अचानक पैर फिसलने से दो चट्टानों के बीच फंस गया।
युवक को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मंगलवार देर रात तक रेक्स्यू चलाया गया लेकिन सफलता नहीं मिली थी। बुधवार सुबह बेंगलुरु पैरा रेजिमेंट के कमांडो मौके पर पहुंचे जिसके बाद युवक को बाहर निकाल लिया गया।
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— Dainik Bhaskar Hindi (@DBhaskarHindi) February 9, 2022
सेना के अधिकारियों ने बताया कि युवक को पहाड़ियों के बीच से ऊपर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई। खड़ी पहाड़ी होने के चलते युवक को ऊपर लाने में परेशानी हो रही थी, इसलिए इस दौरान सेना के अधिकारी और युवक रास्ते में आराम भी करते रहे। 48 घंटे के बाद उसे वापस निकाल लिया गया।
दोस्तों ने किया था बचाने का प्रयास
पहाड़ी के बीच फंस जाने के बाद, उसके दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए। इसके बाद उसके दोस्तों ने पहाड़ियों से उतरकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद बचाव दल मौके पर पहुंचा। फिर युवक को हेलीकॉप्टर का उपयोग करके बाहर निकालने की कोशिश की गई लेकिन उसमे भी सफलता नहीं मिली।
एयरफोर्स की मदद से हुआ रेस्क्यू संभव
जब लोकल सपोर्ट से रेस्क्यू संभव नहीं हो सका तो राज्य सरकार ने सेना की दो टीमों को मौके पर भेजा। मद्रास रेजीमेंट सेंटर वेलिंगटन से 12 कर्मियों की एक टीम, जिसमें विशेषज्ञ उपकरण के साथ पहाड़ी पर पहुंचे। इसके अलावा पैराशूट रेजिमेंट सेंटर बेंगलुरु से 22 कर्मियों की दूसरी टीम विमान से सुलूर पहुंची और फिर सुबह 4 बजे तक घटनास्थल पर पहुंची।
जिसके बाद बुधवार सुबह दोबारा 5.45 बजे बचाव अभियान शुरू किया गया। इस दौरान ड्रोन का इस्तेमाल करके युवक की हालत का जायजा भी लिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सुलूर एयरबेस पर हेलिकॉप्टर को भी स्टैंडबाय पर रखा गया था।