भाजपा ने कहा TRS को दे सकते हैं समर्थन, बशर्ते ओवैसी को छोड़ें KCR
भाजपा ने कहा TRS को दे सकते हैं समर्थन, बशर्ते ओवैसी को छोड़ें KCR
- 118 सीटों पर भाजपा ने लड़ा है चुनाव
- कांग्रेस और एएमआईएम से बनी रहेगी दूरी
- त्रिशंकु सरकार में शामिल होगी भाजपा
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। विधानसभा चुनाव के पहले तक तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को पारिवारिक पार्टी और के चंद्रशेखर राव की सरकार को भ्रष्ट बताने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब यू टर्न लेती दिखाई दे रही है। भाजपा का कहना है कि 11 दिसंबर को काउंटिंग के बाद यदि त्रिशंकु सरकार बनाने की स्थिति बनती है तो वो टीआरएस को सपोर्ट करेगी, हालांकि इस यू टर्न के बाद भी भाजपा ने सरकार में शामिल होने से पहले अपनी एक शर्त रखी है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के लक्ष्मण ने बताया कि बीजेपी सरकार बनाने में टीएरएस का सहयोग तो कर सकती है, लेकिन शर्त यह है कि उस सरकार में कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम शामिल न हों। बता दें कि चुनाव से पहले एएमआईएमआई और टीआरएस आपसी दोस्ती की बात स्वीकर चुके हैं, मुस्लिम बहुल इलाकों में ओवैसी ने टीआरएस के कई प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार भी किया है, हालांकि अधिकारिक तौर पर दोनों पार्टियों में कोई गठबंधन नहीं हुआ है।
बता दें कि शुक्रवार को तेलंगाना की119 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ है। चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल में से दो पोल टीआरएस को बहुमत मिलता दिखा रहे है, तो तीसरा उसे 48 से 60 सीटें मिलने का दावा कर रहा है। भाजपा ने 2014 में 45 सीटों पर चुनाव लड़ा था, समय उसे पांच सीटों पर जीत हासिल हुई थी, हालांकि, उस समय चुनाव संयुक्त आंध्र प्रदेश में हुए थे। भाजपा ने उस समय तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) से गठबंधन किया था।
भाजपा इस बार 118 सीटों पर मैदान में उतरी है, एक सीट उसने अपनी सहयोगी पार्टी युवा तेलंगाना पार्टी को दी है। एग्जिट पोल इस बार भाजपा को 5 से 7 सीटें मिलने का अनुमान लगा रहे हैं, जबकि भाजपा 10 से 12 सीटों पर जीत का दावा कर रही है। अगर भाजपा इतनी सीटें जीतने में कामयाब हो जाती है तो उसकी स्थिति किंग मेकर की हो जाएगी।
K Laxman, Telangana BJP Chief: There can"t be a govt without BJP in Telangana. In case people have not given a clear mandate we’ll be a part of govt. We’ll not support Congress or AIMIM, but other options are open. The decision will be taken in consultation with our high command. pic.twitter.com/LdwpwmmaEB
— ANI (@ANI) December 9, 2018