चौथी मंजिल से कूदकर जेट एयरवेज के कर्मचारी ने की खुदकुशी, दबाव में था एंप्लॉय
चौथी मंजिल से कूदकर जेट एयरवेज के कर्मचारी ने की खुदकुशी, दबाव में था एंप्लॉय
- आर्थिक संकट से जूझ रहा था कर्मचारी
- जेट एयरलाइन बंद होने के बाद खुदकुशी का पहला मामला
- जेट एयरवेज में था सीनियर टेक्नीशियन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जेट एयरवेज के एक पू्र्व कर्मचारी ने चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली है। साथी कर्मचारियों के मुताबिक खुदखुशी करने वाला शैलेश सिंह (45) आर्थिक संकट से गुजर रहा था, वह जेट एयरवेज में सीनियर टेक्नीशियन के तौर पर कार्यरत था। कर्मचारियों का कहना है कि कई महीनों से सैलरी न मिलने और नौकरी चले जाने के कारण वो काफी डिप्रेशन में चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक पालघर के नालासोपारा में रहने वाला शैलेश कैंसर से पीड़ित था, उसकी कीमोथैरेपी चल रही थी, उसने नालासोपारा के अनपे घर की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई। बता दें कि 8 हजार करोड़ का कर्ज होने के बाद जेट एयरवेज ने अपनी सभी फ्लाइट्स बंद कर दी हैं, करीब 5 महीने से कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिली है।
एयरलाइंस के बंद होने के बाद जेट के किसी कर्मचारी के आत्महत्या करने का यह पहला मामला है, शैलेश के परिवार में दो बेटे, दो बेटियां और पत्नी है। उनका बेटा भी जेट एयरलाइन में ऑपरेशन डिपार्टमेंट में काम करता था। बता दें कि जेट के सीईओ विनय दुबे ने कुछ दिनों पहले कर्मचारियों को खत लिखा था, उन्होंने कहा था कि बैंकों को कर्मचारियों की स्थिति के बारे में बताया जा रहा है, उन्हें कहा गया है कि ज्यादा दिन तक सैलरी नहीं दी गई तो कर्मचारी नौकरी छोड़कर कहीं दूसरी जगह भी जा सकते हैं।