गुणवत्तापूर्ण जल आपूर्ति के लिए 97 परीक्षण प्रयोगशालाएं बनीं
जम्मू-कश्मीर गुणवत्तापूर्ण जल आपूर्ति के लिए 97 परीक्षण प्रयोगशालाएं बनीं
- पेयजल की गुणवत्ता की निगरानी एजेंसी द्वारा की जाएगी
- पेयजल की शुद्धता जांचने के लिए जल गुणवत्ता परीक्षण उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में जल शक्ति विभाग ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत गुणवत्तापूर्ण जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 97 जल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पेयजल की शुद्धता जांचने के लिए जल गुणवत्ता परीक्षण उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा। पेयजल की गुणवत्ता की निगरानी एजेंसी द्वारा की जाएगी, जबकि जमीनी स्तर पर पानी की गुणवत्ता की निगरानी की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों/ग्रामीण समुदाय की होगी।
जेजेएम के तहत, कुल फंड आवंटन का दो प्रतिशत तक पानी की गुणवत्ता निगरानी और निगरानी गतिविधियों पर उपयोग किया जाना है, जिसमें मुख्य रूप से प्रयोगशाला परीक्षण के माध्यम से विभाग द्वारा पानी की गुणवत्ता की निगरानी और फील्ड टेस्ट किट (एफटीके) का उपयोग करके स्थानीय जल स्रोतों के परीक्षण के माध्यम से समुदाय द्वारा पानी की गुणवत्ता की निगरानी शामिल है।
सभी पेयजल स्रोतों का रासायनिक संदूषण के लिए वर्ष में एक बार और बैक्टीरियोलॉजिकल मापदंडों के लिए वर्ष में दो बार परीक्षण किया जाना है।
जम्मू-कश्मीर में पानी की गुणवत्ता निगरानी पर स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाने के लिए, जल शक्ति विभाग ने स्थानीय समुदाय के प्रत्येक गांव में पांच व्यक्तियों, विशेष रूप से महिलाओं की पहचान करने और उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए एक मिशन शुरू किया है, जैसे आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, वीडब्ल्यूएससी/पानी समिति के सदस्य, शिक्षक, एसएचजी सदस्यों आदि को ग्राम स्तर, स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर एफटीके /बैक्टीरियोलॉजिकल शीशियों का उपयोग कर पानी की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाएगा।
(आईएएनएस)