हाथरस हादसा: SIT रिपोर्ट पर मायावती ने जताई नाराजगी, रिपोर्ट को बताया राजनीति से प्रेरित पुलिंदा

  • मायावती ने SIT की रिपोर्ट के खिलाफ बयान दिया है
  • कहा-भोले बाबा की भूमिका को लेकर एसआईटी चुप है
  • मायावती के मुताबिक एसआईटी की रिपोर्ट राजनीति से ज्यादा प्रेरित है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-10 08:00 GMT

डिजिटल डेस्क, लखनऊ।  बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने हाथरस हादसे पर बुधवार को एक बड़ा बयान दिया है। मायावती ने सत्संग भगदड़ मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) पर आरोप लगया है। उन्होंने कहा कि एसआईटी की रिपोर्ट सत्संग के दौरान हुए हादसे की गंभीरता के हिसाब से नहीं है। इसी के आगे उन्होंने कहा कि रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित ज्यादा नजर आती है। बता दें मायावती ने भोले बाबा की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। उनके मुताबिक विशेष जांच दल, हाथरस में सत्संग कर रहे भोले बाबा की भूमिका को लेकर भी चुप है। एसआईटी की चुप्पी चिंता को दर्शाती है।

मायावती का बयान

बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया। जिसमें उन्होंने एसआईटी पर निशाना साधा है। दरअसल हाथरस हादसे की जांच के लिए विशेष दल का गठन हुआ था। बता दें मायावती ने SIT की हाथरस मामले की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं। उनके मुताबिक रिपोर्ट हाथरस मामले की गंभीरता के हिसाब से नहीं है। मायावत ने कहा,“यूपी के ज़िला हाथरस में सत्संग भगदड़ काण्ड में हुई 121 निर्दोष महिलाओं व बच्चों आदि की दर्दनाक मौत सरकारी लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण है, लेकिन एसआईटी द्वारा सरकार को पेश रिपोर्ट घटना की गंभीरता के हिसाब से नहीं होकर राजनीति से प्रेरित ज्यादा लगती है, यह बहुत दुःखद है।”

इसके बाद उन्होंने कहा,“इस अति-जानलेवा घटना के मुख्य आयोजक भोले बाबा की भूमिका के सम्बंध में एसआईटी की खामोशी भी लोगों में चिन्ताओं का कारण है। साथ ही, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के बजाय उसे क्लीनचिट देने का प्रयास खास चर्चा का विषय है। सरकार जरूर ध्यान दे ताकि ऐसी घटनाओं की फिर से न हो सके।”

SIT की रिपोर्ट

हाथरस मामले की जांच-पड़ताल के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। विशेष जांच दल की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि सत्संग भगदड़ के पीछे सबसे बड़ी गलती कार्यक्रम आयोजकों की है। आयोजकों ने सत्संग में आई भीड़ के लिए ठीक व्यवस्था नहीं की थी। रिपोर्ट के मुताबिक आयोजकों की इसी लापरवाही ने भीषण हादसे को अंजाम दिया। इसी के साथ एसआईटी ने स्थानीय प्रशासन को भी भगदड़ का जिम्मेदार माना है। जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में कहीं भी सत्संग वाचक भोले बाबा का नाम नहीं आया है।

6 अधिकारी सस्पेंड

एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर 6 अधिकारियों को स्सपेंड कर दिया है। इनमें उप जिला मजिस्ट्रेट सिकंदराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकंदराराऊ, थानाध्यक्ष सिकंदराराऊ, तहसीलदार सिकंदराराऊ, चौकी इंचार्ज कचौरा और चौकी इंचार्ज पोरा शामिल हैं।

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