नए महीने में कई राज्यों को मिलेगी भारी बारिश से राहत, पिछले एक हफ्ते मानसून ने मचाया हाहाकार
- शुक्रवार को बारिश ने मचाया हाहाकार
- आज चमोली में आया दूसरा लैंडस्लाइड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मानसून के आने में इस साल थोड़ी देरी जरूर हुई, लेकिन जून महीने के आखिर तक इसने लगभग सभी राज्यों को घेर लिया। यहां तक कि कई राज्यों में लगातार तीन महीनों की तेज गर्मी के बाद अचानक ही भारी बारिश के आने से बाढ़ की स्थिति बन गई। महीने के आखिरी दिन भी कई राज्यों में जोरदार बारिश हुई और मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस नए महीने में भी भारी बारिश होने वाली है।
आज चमोली में आया दूसरा लैंडस्लाइड
पिछले महीने के तरह इस नए महीने में भी उत्तराखंड के चमोली में लैंडस्लाइड आया। तीन दिन पहले आए लैंडस्लाइड की वजह से बद्रीनाथ हाईवे 17 घंटों तक बंद रहा था। वहीं आज सुबह दूसरी बार लैंडस्लाइड की घटना हुई। हालांकि इसकी वजह से कोई बड़ी परेशानी नही पैदा हुई।
शुक्रवार को बारिश ने मचाया हाहाकार
महीने के आखिरी दिन यानि शुक्रवार को भी देश के अलग-अलग राज्यों में जोरदार बारिश हुई। जिसकी वजह से कई जगह जल भराव हो गया तो कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। जहां बीते 30 घंटों से लगातार हो रही बारिश की वजह से गुजरात के कई इलाकों मे पानी भर गया है और 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है। जबकि हिमाचल प्रदेश और असम में पिछले एक हफ्ते में हुई भारी बारिश से क्रमश: 24 और 11 लोगों की मौत हुई है और हजारों लोग बाढ़ की चपेट में हैं।
अगले 24 घंटों में ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटों में असम, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश, मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, और सिक्किम में भारी बारिश होने वाली है। वहीं दिल्ली, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी और तमिलनाडु में हल्की बारिश होगी। जबकि, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा आंध्रप्रदेश, मराठवाड़ा, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में मौसम साफ रहने वाला है।
मध्य प्रदेश में बदलेगा मौसम
पिछले महीने के अंत में टीकमगढ़, निवाड़ी, सिवनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्ना हो गए थे। उसी तरह शुक्रवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। बारिश का यह दौर शनिवार को भी जारी रहेगा, लेकिन रविवार से मानसून की रफ्तार धीमी हो जाएगी। जो 4 जुलाई को एक साइकोनिक सिस्टम के एक्टिव होने से दोबारा वापसी कर सकता है।