वैश्विक झटका: ह्यूमन राइट्स वॉच की रिपोर्ट में भारत को लेकर किए कई दावे, मोदी नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
- भारत सरकार पर अल्पसंख्यकों की अनदेखी का आरोप
- 740 पन्नों की वर्ल्ड रिपोर्ट 2024
- बीबीसी दफ्तर में पड़े छापे, नूंह हिंसा, जम्मू का जिक्र
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक वैश्विक रिपोर्ट में भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व वाली भारत सरकार पर अल्पसंख्यकों की अनदेखी का आरोप लगाया गया है। ह्यूमन राइट्स वॉच ने वर्ल्ड रिपोर्ट 2024 में भारत सरकार पर कई तीखे आरोप लगाए हैं। 740 पन्नों की वर्ल्ड रिपोर्ट 2024 में बीबीसी के दफ्तर में पड़े छापे, नूंह हिंसा के बारे में बताया गया। रिपोर्ट में ह्यूमन राइट्स वॉच ने भारत सरकार को बीजेपी सरकार के बजाय हिंदूवादी सरकार लिखा है।
वर्ल्ड रिपोर्ट 2024 में बीजेपी नेतृत्व वाली मोदी सरकार को मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल होना बताया गया है, इसके अलावा सरकार पर मुसलमानों को सुरक्षा देने में नाकामयाब बताया है। खबर लिखे जाने तक भारत सरकार की ओर से रिपोर्ट पर कोई रिएक्शन नहीं आया है।
विस्तृत रिपोर्ट में कहा गया है कि भले ही भारत वैश्विक लीडरशिप को लेकर बातें करता है लेकिन लोकतंत्र वाले देश में अधिकारों के सम्मान को लेकर भारत सरकार का रवैया कमजोर रहा है। रिपोर्ट में मणिपुर हिंसा, 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर,और जंतर मंतर पर महिला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में लिखा है
आपको बता दें ह्यूमन राइट्स वॉच विश्व के करीब 100 देशों पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करता है। रिपोर्ट को मानवाधिकार और इससे जुड़ी तमाम पहलूओं को लेकर तैयार किया जाता है।
रिपोर्ट के हवाले से एबीपी न्यूज ने लिखा है कि जम्मू कश्मीर की चर्चा विशेष तौर पर की गई है, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि घाटी में आए दिन लोगों की मौतों की खबरें सामने आई है। रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि वहां के लोग कथित तौर पर विरोध नहीं कर सकते है, अपनी बात नहीं रख सकते, उन्हें कहने की आजादी नहीं है। सेना पर कथित एक्ट्रा ज्यूडिशियल मौत को लेकर भी दावे किए गए हैं।