अडानी 62वां जन्मदिन: गौतम अडानी कैसे बने बड़े बिजनेस टाइकून, अपनी पत्नी को दिया कामयाबी का क्रेडिट, जानिए उनके संघर्ष की कहानी

  • गौतम अडानी का आज 62वां जन्मदिन
  • बिजनेस टाइकून बनने के सफर पर की बात
  • जानिए अडानी के संघर्ष की कहानी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-24 14:06 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी आज अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 24 जून साल 1962 में हुआ था। किसी ने सोचा भी नहीं होगा की एक मिडिल क्लास फैमिली से आने वाला लड़का आज दुनिया के टॉप बिजनेस मैन में से एक होगा। बिजनेस की दुनिया में आज गौतम अडानी ने अपने दम पर अडानी ग्रुप का इतने बड़े मुकाम तक पहुंचाया है। लेकिन, इस अपार सफलता के बावजूद अडानी ने 62 साल के सफर में कई तरह की परेशानियों का भी सामना किया है।

अडानी साम्राज्य को जीरो से हीरो बनाने में इतनी मेहनत करने वाले अडानी जो एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने अपने दम पर इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया है, जो सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी फैला हुआ है। अडानी ने खुद के दम पर कई सारी चुनौतियों का सामना करते हुए टाटा और रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियों को मात देते इस मुकाम पर पहुंचे है। देखा जाए तो गौतम अडानी एक सेल्फ मेड करोड़पति हैं। उन्होंने 20 साल की उम्र में यह सफलता अपने नाम कर ली थी। आज के समय में एक कॉलेज ड्रॉपआउट लड़का आज लोगों के लिए प्रेरणा का पात्र बन गया है।

कैसे की थी 100 घंटों में 6000 करोड़ की डील

गौतम अडानी अहमदाबाद के गुजराती जैन फैमिली में हुआ था। उनके माता-पिता अहमदाबाद के थराड नाम के कस्बे में आकर बस गए थे। जहां पर उन्होंने अपने फैमली के टेक्सटाइल बिजनेस को आगे बढ़ाया था। हालांकि, गौतम अडानी को टेक्सटाइल के व्यापार में कोई रुची नहीं थी। उन्होंने हीरे का कारोबार करने के लिए मुंबई चले गए । यहां आकर उन्होंने महिंद्रा ब्रदर्स के साथ हीरा छांटने का काम शुरू कर दिया। अडानी ने हीरा ब्रोकरेज को स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने केवल 100 घंटों में 6000 करोड़ रुपये डील करके अपना सिक्का जमाया था। इसके बाद धीरे-धीरे अडानी ग्रुप पोर्ट से लेकर एफएमसीजी तक 10 लिस्टेड कंपनी वाला बड़ा कारोबारी ग्रुप बन गया है।

अपने जीवन में हुई आपबीतियों के बारे में बताया

गौतम अडानी ने अपने जीवन में आई परेशानियों के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने बताया की वह मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के समय ताज होटल में ही खाना खा रहे थे। इस हमले में उन्होंने ताज के तहखाने में छिपकर अपने आपको बचाया था। यही नहीं बल्कि, साल 1998 में 15 लाख डॉलर की फिरौती के लिए अडानी को किडनैप किया गया था। हाल ही में हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने भी अडानी ग्रुप को हिला कर रख दिया था। हालांकि, एक साल में ही उन्होंने अपने आपको उस नुकसान से संभाल लिया था। इसके बाद वह फिर से एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए थे।

अपने 60वें जन्मदिन पर किया 60 हजार करोड़ रुपये का दान

अपने बीते हुए 60वें जन्मदिन पर गौतम अडानी ने अडानी फाउंडेशन को 60 हजार करोड़ रुपये का फंड दिया था। बता दें, अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन उनकी पत्नी प्रीति अडानी हैं। गौतम अडानी अपनी सफलता का श्रेय अपनी पत्नी को देते हैं। वह अक्सर अपनी पत्नी की तारीफ करते हैं कि उनकी कामयाबी के पीछे पत्नी प्रीति अडानी का हाथ है। अडानी के बेटे करण अडानी और जीत अडानी दोनों ही अपने पिता के बिजनेस में साथ देते हैं।

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