तिरुपति लड्डू मामला: तिरुमाला में कर्मचारियों की भर्ती पर नया फैसला! तरुपति लड्डू विवाद के बाद बोर्ड के नए चेयरमैन नायडू ने सुना डाला ये फरमान
- बोर्ड के नए अध्यक्ष का फरमान
- 'तिरुमाला में होने चाहिए हुंदू कर्मचारी'- नायडू
- पूर्व सीएम पर लगे थे कई आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तिरुमाला मंदिर के बोर्ड के नए चेयरमैन बी.आर.नायडू (B.R. Naidu) ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भगवान वेंकटेश्वर की नगरी तिरुमाला में सिर्फ हिंदू लोगों को ही काम करना चाहिए। साथ ही, नायडू ने बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार बाकी धर्मों के कर्मचारियों को लेकर क्या जल्द से जल्द फैसला लेगी। आपको बता दें कि, बी. आर. नायडू को बोर्ड के नए चेयरमैन के तौर पर चुना गया है।
उन्होंने कहा कि- तिरुमाला में काम करने वाला हर व्यक्ति हिंदू होना चाहिए। यही मेरी पहली कोशिश होगी। इसमें कई मुद्दे हैं। हमें इस पर गौरव करना होगा।
तिरुपति लड्डुओं पर हुआ था बवाल
तिरुपति मंदिर कुछ समय से काफी चर्चा में था। ऐसा इसलिए क्योंकि आंध्र प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि तिरुपति के लड्डुओं में गाथ और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल होता है।
तिरुपति लड्डुओं पर हुआ था बवाल
तिरुपति मंदिर कुछ समय से काफी चर्चा में था। ऐसा इसलिए क्योंकि आंध्र प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि तिरुपति के लड्डुओं में गाय और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल होता है। उन्होंने कहा था कि पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल में तिरुपति के लड्डुओं में मिलावटी घी का इस्तेमाल किया जाता था।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
पूर्व सीएम जगन मौहन रेड्डी पर लगातार लगते आरोपों के बाद उन्होंने अपनी सफाई पेश की थी। रेड्डी ने कहा था कि उनके कार्यकाल में मिलावटी घी का नहीं बल्कि एकदम शुद्ध घी का उपयोग किया जाता था। तिरुपति मंदिर का लड्डू मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। कोर्ट ने कहा था कि राजनीति और धर्म मिलाने की बिलकुल जरूरत नहीं है।