सुरक्षा बैठक: आतंकी हमले की आशंका, 15 अगस्त को वीवीआईपी सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद, बैठक में हुई अहम चर्चा
- वीवीआईपी की महत्वपूर्ण बैठक
- पाकिस्तान की नाकाम कोशिश
- ड्रोन का हो सकता है खतरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम मोदी हाल ही में कारगिल दौरे पर पहुंचे थे। उस दौरान सुरक्षा एजेंसियों को इंटेल मिला था कि सरहद पार से उनके रूट की निगरानी हो रही है। हालांकि दौरे के दौरान किसी तरह की आतंकी घटना की कोई खबर नहीं आई। लेकिन उस इंटेल के बाद सुरक्षा एजेंसियां अब स्वतंत्रता दिवस को लेकर चौकन्ना हो गई हैं। इस मौके पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में एनएसजी, एसपीजी, आईबी, सेना और दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारी शामिल हुए। बैठक में वीवीआईपी की सुरक्षा और देश में शांति कायम रखने पर खासतौर से चर्चा हुई।
सुरक्षा एजेंसियां हैं एक्टिव
देश की सुरक्षा एजेंसियों, खुफिया विभाग, उससे संबंधित विभागों, सुरक्षा यूनिट्स, सभी बलों ने पीएम मोदी की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां साझा की हैं। इसलिए 15 अगस्त पर सुरक्षा को लेकर हुई इस बैठक में देश की तमाम एजेंसियों को आगाह किया गया है। आपको बता दें कि पीएम मोदी हाल ही में कारगिल गए थे। जिसके बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने फोन कॉल्स इंटरसेप्ट किए थे। जिसके बाद पता चला कि इन फोन कॉल्स को स्पूफिंग के जरिए किया जा रहा था जिससे पीएम के कारगिल दौरे रुट्स और सुरक्षा के बार में पता चले। साथ ही पीएम के दौरे से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए सीमा के पार से कोशिश की जा रही थी।
पाकिस्तान की नाकाम कोशिश
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की नाकाम कोशिश रही और पीएम का कारगिल दौरा सफल रहा। जिसके चलते पीएम सुरक्षा से जुड़ी बैठक में कॉल स्पूफिंग को लेकर भी अलर्ट किया गया है। जिसमें बताया गया है कि पाकिस्तान और देश के दुश्मन कॉल स्पूफिंग के जरिए भारत की खुफिया जानकारी, वीआईपी मूवमेंट, वीआईपी की निजी जानकारी साथ ही उनके दौरे के रुट्स हासिल करने की साजिश कर सकते हैं।
ड्रोन का खतरा
देश की सारी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही बताया है कि पीएम से मिलने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जाए। प्रोटोकॉल का भी खास ध्यान रखने के आदेश दिए गए हैं। वहीं जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ है उसको भी मद्देनजर रखते हुए और खतरे से बचने के लिए ही सुरक्षा मजबूत कर दी गई है। साथ ही ड्रोन से भी 15 अगस्त में बड़े आतंकी हमले का खतरा बताया जा रहा है।