किसान आंदोलन: पुलिस के एक्शन पर किसानों ने जताई नाराजगी, बताया देश के इतिहास का काला दिन, आगे की रणनीति को लेकर कही ये बात

  • पुलिस के एक्शन पर नाराज हुए अन्नदाता
  • सरवन सिंह पंढेर ने बताया काला दिन
  • प्रदर्शन में 100 से ज्यादा किसानों के घायल होने की कही बात

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-13 22:50 GMT

डिजिटल डेस्क, नईदिल्ली। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने समेत अन्य मांगों को लेकर किसान संगठनों ने मंगलवार को अपने प्रदर्शन को विराम दे दिया है। अब वह बुधवार को फिर से दिल्ली कूच के लिए आगे बढ़ेंगे। इस बीच आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने आंदोलनकारी किसानों पर हुए पुलिस एक्शन को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि भारत के इतिहास में आज का दिन काला दिन है। पुलिस द्वारा हम पर आंसू गैस के गोले चलाए गए। आगे की रणनीति पर उन्होंने कहा, अभी हम इस पर बात करेंगे और फिर सुबह की रणनीति तय करेंगे।

पुलिस एक्शन में घायल हुए किसानों के बारे में जानकारी देते हुए पंढेर ने बताया कि विरोध प्रदर्शन में आज 100 से ज्यादा किसान जख्मी हुए हैं। जिनमें से 2-3 की हालत तो बेहद गंभीर है। सरकार से बातचीत पर उन्होंने कहा कि सरकार से अभी तक हमारी कोई बात नहीं हुई है। किसान नेता ने कहा कि 'हम मिल के इस मसले का हल चाहते थे लेकिन सरकार साथ नहीं दे रही है। अगर सरकार हमारे साथ ऐसे ही बर्ताव करती रही तो हम कह सकते हैं कि हमें इस तरह की सरकार नहीं चाहिए।'

उधर आंदोलन का असर यातायात सेवा पर भी पड़ने लगा है। किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते हिमाचल-दिल्ली बस सेवा को सस्पेंड किया गया है। हिमाचल प्रदेश पथ प्रबंधन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद्र ठाकुर ने बयान जारी कर इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली की सीमाएं सील कर दी गई हैं। जिस वजह से हिमाचल प्रदेश से दिल्ली के बीच चलने वाली बसों को फिलहाल रोक दिया गया है। बता दें कि इससे पहले पंजाब और हरियाणा राज्यों ने भी दिल्ली तक बस सेवा पर रोक लगा दी है। 

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