सीमा पर बड़ा फैसला: चीन और भारत के बीच बनी सहमति, देपसांग और डेमचोक से पीछे हटेंगी सेनाएं, जारी रहेगी गश्त
- 16 वें ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम मोदी
- पीएम मोदी की रूस यात्रा से ठीक पहले
- भारत और चीन के बीच कई दिनों से राजनयिक और सैन्य वार्ता जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर एक समझौता हुआ है। समझौते में दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा से अपने सैनिकों को पीछे हटने पर सहमति बनी हुई है। समझौता देपसांग और डेमचोक रीजन में पेट्रोलिंग से संबंधित है। अब दोनों देश अपने सैनिकों को पीछे हटाएंगे। मिलिट्री टर्म में इसे डिसइंगेटमेंट कहा जाता हैं। भारत चीन के बीच बनी सहमति के बाद एलएसी पर तनाव कम हो सकता है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच पेट्रोलिंग की व्यवस्था को लेकर बनी सहमति से 2020 में पूर्वी लद्दाख में पैदा हुआ तनाव धीरे-धीरे खत्म हो सकता है। ये सब 22-23 अक्टूबर को होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा से ठीक पहले सामने आया है।
भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय वार्ता की संभावनाओं पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा पिछले कई दिनों से भारत और चीन के बीच राजनयिक और सैन्य वार्ता हो रही है। चीन के साथ एलएसी के मामले पर हमारा समझौता हुआ है।
आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में साल 2020 में 15–16 जून को भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की खबरें सामने आई थी। इसमें 20 भारतीय सैनिकों की मौत हुई थी जबकि इससे डबल संख्या में चीनी सैनिकों की मौत हुई थी। हालांकि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अपने सैनिकों के बारे में कभी आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए।