पश्चिम बंगाल: कम होने का नाम नहीं ले रही CM ममता बनर्जी की मुश्किलें, सितंबर की शुरुआत में सामने आए 4 नए मामले, TMC सरकार पर हमलावर हुई BJP
- मुश्किल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
- कोलकाता मर्डर केस के बाद सामने आए 4 नए मामले
- महिला उत्पीड़न मामलों को लेकर भाजपा हमलावर
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत पर बवाल जारी है। इस मामले को लेकर देशभर में डॉक्टर्स से लेकर लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी टीएमसी सरकार पर हमलावर है। इसके बाद अब एक बार फिर से ममता बनर्जी की मुश्कीलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में 1 सितंबर को चार अलग जगहों से महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए हैं। जिसके बाद से एक बार फिर से भाजपा ने टीएमसी सरकार को घेरना शुरु कर दिया है।
पश्चिम बंगाल में ये मामले बीरभूम, नादिया, मध्यमग्राम और हावड़ा सदर इलाके से हैं। इन मामलों को लेकर लोगों में आक्रोश दिखाई दे रहा है। जिसके बाद ममता सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी तेज हो गई है।
बीरभूम
राज्य के बीरभूम जिले के लांबाबाजार स्वास्थ्य केंद्र में एक नर्स के साथ छेड़छाड़ की खबर मिली है। दरअसल, नाइट ड्यूटी के वक्त शेख अब्बासुद्दीन नाम के शख्स पर आरोप है कि उसने नर्स के प्राइवेट पार्ट्स को जबरदस्ती छूआ है।
नादिया
इसके बाद अगला मामला नादिया जिले का है। यहां के कृष्णगंज के भजनघाट में एक किशोरी के साथ रेप की घटना सामने आई है। पीड़िता का आरोप है कि सामान लेकर घर लौटते वक्त पड़ोसी ने उसे गार्डन में घसीटकर उसके साथ रेप किया है। साथ ही उसे धमकाया भी है।
मध्यमग्राम
राज्य में तीसरा मामला दूसरी कक्षा की छात्रा के साथ रेप का मामले सामने आया है। टीएमसी पंचायत सदस्य पर नाबालिग के साथ रेप करने का आरोप है। इस मामले को लेकर इलाके में स्थिति काफी नाजुक है। लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
हावड़ा सदर
चौथा मामला हावड़ा सदर के एक अस्पताल का है। यहां के सीटी स्कैनर रूम में शनिवार रात एक लड़की के साथ यौन शौषण की घटना सामने आई है।
राज्य में 1 दिन के अंदर महिलाओं से चार यौन शौषण के मामलों को लेकर भाजपा टीएमसी सरकार को आड़े हाथों ले रही है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने रविवार को एक्स पर एक ट्वीट के जरिए सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, "पश्चिम बंगाल में सितंबर 2024 का पहला दिन यौन उत्पीड़न के चार मामलों के साथ शुरू होता है।” मालवीय ने चारों घटनाओं को लेकर टीएमसी सरकार पर हमला बोला है।
भाजपा आईटी प्रमुख का हमला
1. "बीरभूम के लांबाबाजार स्वास्थ्य केंद्र में नर्स के साथ छेड़छाड़। शेख अब्बासुद्दीन नामक व्यक्ति ने रात की ड्यूटी के दौरान उसके निजी अंगों को जबरदस्ती छुआ। ममता बनर्जी महिलाओं के लिए कार्यस्थलों को सुरक्षित बनाने के बजाय रात में काम करने के लिए नर्स को दोषी ठहराएंगी।
2. नादिया के कृष्णगंज के भजनघाट में नाबालिग के साथ बलात्कार
3. मध्यमग्राम में टीएमसी पंचायत सदस्य ने दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग के साथ बलात्कार किया।
4. शनिवार रात हावड़ा सदर अस्पताल के सीटी स्कैनर रूम में एक लड़की के साथ यौन शोषण किया गया।"
इसके बाद अमित मालवीय ने लिखा, "ममता बनर्जी की बदौलत पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य है। उन्होंने बलात्कार और POCSO मामलों में आरोपियों को दंडित करने के लिए कड़े नियमों को लागू करने और फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने के लिए कुछ नहीं किया है। मुख्यमंत्री के तौर पर वह एक बड़ी आपदा हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।"