रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामला: एनआईए के हाथ लगी बड़ी सफलता, दोनों आरोपियों को बंगाल से किया गिरफ्तार
- एनआईए की गिरफ्त में बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट के आरोपी
- बंगाल के पुरबा मेदनीपुर जिले से दबोचा
- कोर्ट ने तीन दिन की ट्रांजिक रिमांड पर भेजा
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने साजिश के मुख्य साजिशकर्ता समेत दो आरोपियों को बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। इनके दोनों के नाम अब्दुल मतीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब हैं। एनआईए के अनुसार, दोनों आरोपियों को बंगाल के पुरबा मेदनीपुर जिले से गिरफ्तार किया है। वह यहां लंबे समय से ठिकाना बनाकर छिपे हुए थे। साजिब ने कैफे में आईईडी रखा था जबकि ताहा ने इसका पूरा प्लान बनाया था। बता दें कि बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को दोपहर करीब 1 बजे बम ब्लास्ट हुआ था। जिसमें 9 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे।
कोर्ट में किया पेश
आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बाद एजेंसी ने कोलकाता के एक अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच कराई। इसके बाद उन दोनों को एनआईए कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने उन्हें तीन दिन की ट्रांजिक रिमांड पर भेज दिया। बता दें कि एनआईए ने हाल ही में बताया था कि मुसाविर हुसैन शाजिब मामले का मुख्य आरोपी और अब्दुल मतीन ताहा सह-आरोपी है। दोनों शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं।
इससे पहले एजेंसी ने उनकी तलाश में यूपी, कर्नाटक और तमिलनाडू के 18 ठिकानों पर छापेमारी की थी। एनआईए ने आरोपियों की सूचना देने वाले को 10-10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। एजेंसी ने मामले में बीजेपी के कार्यकर्ता साई प्रसाद को भी हिरासत में लिया था। एजेंसी का कहना था कि उसका कैफे ब्लास्ट के आरोपियों से संबंध है।
वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय ने दावा किया था कि आरोपी कोलकाता से पकड़े गए हैं। हालांकि उनके इस दावे का कोलकाता पुलिस ने खंडन करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की सही लोकेशन बताई। पुलिस ने कहा कि जिस जगह से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है वह बंगाल का पुरबा मेदनीपुर जिला है, जो कि कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर है।
बता दें कि इस मामले में जांच एजेंसी को पं. बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल पुलिस का पूरा साथ मिला था। राज्य एजेंसियों के साथ अच्छे तालमेल से आरोपियों को पकड़ा जा सका।