ज्ञानवापी केस: एएसआई की रिपोर्ट में किया गया बड़ा दावा, ज्ञानवापी मस्जिद में मिले भव्य हिंदू मंदिर से जुड़े कई सबूत
- एएसआई का यह सर्वे तीन महीने से भी ज्यादा समय तक चला था
- हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर ने रिपोर्ट्स के दावे किए सार्वजनिक
- मस्जिद की पश्चिमी दीवार पहले के हिंदू मंदिर का एक हिस्सा है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) सर्वे रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें मस्जिद के तहखानों में सनातन धर्म से जुड़े कई सबूत होने का दावा किया गया है। इस रिपोर्ट की कॉपी हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन और मुस्लिम पक्ष के वकील अखलाख अहमद को दी गई है। एएसआई का यह सर्वे तीन महीने से भी ज्यादा समय तक चला था। अब इस सर्वे में हुए खुलासों को हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन की ओर से सार्वजनिक किया गया है।
सर्वे में मिले सनातन धर्म के निशान
अपने इस सर्वे में एएसआई ने कहा है कि यहां एक बहुत ही भव्य हिंदू मंदिर था। मस्जिद की पश्चिमी दीवार पहले के हिंदू मंदिर का एक हिस्सा है। मंदिर के पिलर्स और प्लास्टर को मोडिफिकेशन करके मस्जिद की तरह बनाया गया है। इसके साथ ही मंदिर के स्तंभों में भी थोड़े बदलाव किए गए हैं। जबकि पिलर के नक्काशियों को मिटाने की कोशिश की गई है। साथ ही मस्जिद में विखंडित शिवलिंग भी मिले हैं। इसके अलावा ज्ञानवापी के तहखाने में सनातन धर्म से जुड़े सबूत भी मिलने का दावा किया गया है।
कई लिपियों में मिले शिलालेख
एएसआई की सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, "एएसआई ने कहा है कि वहां पर 34 शिलालेख हैं। जो पहले हिंदू मंदिर था उसके शिलालेख को दोबारा उपयोग करके मस्जिद बनाया गया। इनमें देवनागरी, ग्रंथ, तेलुगु और कन्नड़ लिपियों में शिलालेख मिले हैं। इन शिलालेखों में जनार्दन, रुद्र और उमेश्वर जैसे देवताओं के तीन नाम मिलते हैं।"