गरमाई सियासत: महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, अजित खेमे में शामिल होंगे बाबा सिद्दीकी!

  • महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका
  • अजित गुट में शामिल होंगे बाबा सिद्दीकी
  • मिलिंद देवड़ा के बाद दूसरा बड़ा झटका

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-02 05:31 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दिग्गज कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले बाबा सिद्दीकी जल्द ही एनसीपी (अजित पवार गुट) में शामिल हो सकते हैं। मिलिंद देवाड़ा के बाद 2024 में यह कांग्रेस के लिए दूसरा बड़ा झटका होगा। बाबा सद्दीकी महाराष्ट्र में कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं जिनका बॉलीवुड स्टार्स के बीच भी रसूख है। जानकारी के मुताबिक पिता के साथ उनके विधायक बेटे जीशान भी एनसीपी में शामिल होंगे। एनसीपी नेताओं ने बाबा सिद्दीकी के पार्टी में शामिल होने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, बेटे जीशान के साथ बाबा सिद्दकी ने बुधवार रात अजित पवार से मुलाकात की थी। कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी में शामिल होने के बाद की रणनीति की पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेता ने अजित पवार से मुलाकात की।

मुस्लिम चेहरे को शामिल करने में कामयाबी!

राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा का विषय रहा है कि अजित पवार काफी समय से पार्टी में एक बड़े मुस्लिम चेहरे को शामिल करने की कोशिशों में जुटे थे जो अब जाकर पूरी हो सकती है। पिछले साल दिसंबर में अजित ने नवाब मलिक को पार्टी में शामिल करने की पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन, भाजपा नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के विरोध जताने पर उन्होंने यह प्लान कैंसिल कर दिया। बाबा सिद्दीकी के एनसीपी में शामिल होने से मुस्लिम नेता की तलाश खत्म हो जाएगी। बाबा सिद्दीकी तीन बार बांद्रा से विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा बॉलीवुड में भी उनकी अच्छी रसूख है। बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी में शाहरूख और सलमान खान सहित कई स्टार शामिल होते हैं।

नवाब मलिक का एनसीपी में शामिल होना लगभग तय था लेकिन मामला ठंडा तब पड़ गया जब डिप्टी सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को पत्र लिख इस फैसले पर असहमति जताई। नवाब मलिक उस समय कुछ ही महीने पहले मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मेडिकल आधार पर जमानत लेकर जेल से बाहर निकले थे। फडणवीस का मानना था कि अभी नवाब मलिक दोषमुक्त नहीं हुए हैं इसीलिए उन्हें गठबंधन में शामिल करना उचित नहीं होगा। पत्र में दिए गए भाजपा नेता के सुझाव के आधार पर अजित पवार ने अपना फैसला बदल दिया।

बाबा सिद्दीकी पर भी है ईडी की नजर

केंद्रीय जांज एजेंसी ईडी के रडार पर बाबा सिद्दीकी 2017 से हैं। मई 2017 में ईडी ने सिद्दीकी के कई ठिकानों पर झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण में कथित घोटाले के मामले में छापेमारी की थी। इसके बाद जांच एजेंसी ने 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में लगभग 462 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी। साल 2012 में मुंबई के एक स्थानीय थाने में दर्ज मामले के तहत ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। इसके तहत प्रवर्तन निदेशालय ने 108 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एक्शन लिया था। बांद्रा स्थित जमात-ए-जम्हूरियत मलिन बस्ती के पुनर्वास प्रोजेक्ट में ईडी ने फर्जीवाड़ा का मामला उजागर किया था।

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