भोपाल में पकड़ाई 1800 करोड़ की ड्रग्स: एनसीबी ने गुजरात पुलिस के साथ मिलकर निजी फैक्ट्री में मारी रेड, दो लोगों को किया गिरफ्तार
- भोपाल में 18 सौ करोड़ रुपये की ड्रग जब्त
- एनसीबी और गुजरात एटीएस ने मिलकर पकड़ा
- पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़े ड्रग्स रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है। यहां की एक निजी फैक्ट्री से 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की ड्रग्स बरामद की है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और एटीएस गुजरात ने फैक्ट्री में रेड मारकर ड्रग्स जब्त की। इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।
इंडस्ट्रियल एरिया में है फैक्ट्री
जिस फैक्ट्री से इतनी ज्यादा मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई है वो बगरोद गांव के इंडस्ट्रियल एरिया में है। यह इलाका कटारा हिल्स थाने के अंतर्गत आता है। गुजरात एटीएस और एनसीबी की इस कार्रवाई के बाद गुजरात के मंत्री हर्ष ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी और कार्रवाई में एमपी पुलिस ने सराहनीय सहायता की है।
गिरफ्तार आरोपी कोर्ट में पेश
गुजरात पुलिस ने भोपाल के अमित प्रकाशचंद्र चतुर्वेदी और नासिक के सान्याल बाने को मामले में गिरफ्तार किया है। इसके बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए गुजरात एटीएस ने भोपाल के न्यायालय में पेश किया। जहां से आरोपियों को 8 दिन की पुलिस रिमांड मिली है। पुलिस उन्हें गुजरात ले जा रही है।
गुजरात एटीएस के डीएसपी ने बताया, यह सूचना मिली थी कि भोपाल का अमित चतुर्वेदी और नासिक- महाराष्ट्र का सान्याल बाने भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री की आड़ में मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) के अवैध निर्माण और बिक्री में शामिल हैं। जिसके बाद गुजरात एटीएस के सीनियर अधिकारियों को इसके बारे में बताया गया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। फैक्ट्री में सर्चिंग के दौरान एनसीबी और एटीएस को कुल 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन मिला। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत करीब 1814.18 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
रोज तैयार हो रही थी 25 किग्रा ड्रग्स
गुजरात में पकड़ाए ड्रग्स डीलरों से गुजरात एटीएस को इस फैक्ट्री के बारे में पता चला था। इसके बाद ने इसके बारे में जांच पड़ताल की। ड्रग्स बनने की बात कंफर्म होने के बाद गुजरात एटीएस ने दिल्ली एनसीबी से संपर्क किया और उसके बाद फैक्ट्री पर रेड मारी। जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री में बीते 6 महीने से रोजाना 25 किलो ड्रग्स तैयार कर रहे थे। इस फैक्ट्री को आरोपियों ने 6 महीने पहले किराए पर लिया था। जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री भोपाल के किसी ए.के. सिंह की बताई जा रही है।