आसियान शिखर सम्मेलन 2024: बैठक में PM मोदी ने भारत का रखा पक्ष, एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर साझा किए विचार
- लाओस में आयोजित हुआ पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में लिया हिस्सा
- कई मुद्दों को लेकर भारत का रखा पक्ष
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लाओस में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सम्मेलन में लोगों को संबंधित करते हुए भारत को शांतिप्रिय देश बताया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत विकास और दिशा में प्रगति कर रहा है। दुनिया में कोरोना काल के दौरान भारत ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है।
पीएम मोदी ने भारत का रखा पक्ष
सम्मेलन में पीएम ने आगे कहा, "मैंने भारत की एक्ट-ईस्ट नीति की घोषणा की थी। पिछले एक दशक में इस नीति ने भारत और ASEAN देशों के संबंधों को नई ऊर्जा, दिशा और गति दी है। उन्होंने कहा, " पिछले 10 वर्षों में ASEAN क्षेत्रों के साथ हमारा व्यापार लगभग दो गुना होकर 130 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है। आज भारत ने 7 ASEAN देशों के साथ डायरेक्ट फ्लाइट कनेक्टिविटी की है और जल्द ही ब्रुनेई के साथ भी सीधी उड़ानें शुरू होंगी।"
लाओस में रामलीला का हुआ प्रदर्शन
पीएम मोदी ने कहा, "मेरा मानना है कि 21वीं सदी इंडिया और ASEAN देशों की सदी है। आज जब दुनिया के कई हिस्सों में संघर्ष और तनाव की स्थिति है। भारत और आसियान की मित्रता, संवाद और सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है।"
लाओस पहुंचने पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान उन्होंने रामलीला का भी लुत्फ उठाया। बता दें, लाओस एक बुद्धिष्ट बहुल देश है। फिलहाल, लाओस में हिंदुओं की कितनी आबादी है। इस पर कोई ऑफिशियल डेटा उपल्बध नहीं है। भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि लाओस में यह आयोजन भारता और लाओस के बीच सभ्यता और सदियों पुराने रिश्ते का प्रतीक है।