लोकसभा सत्र: अखिलेश यादव ने शायराना ढंग से लोकसभा में भाषण देते हुए सरकार पर कसा तंज
- अखिलेश यादव ने कसा तंज
- अयोध्या में जीत का जिक्र
- संतोष पांडेय ने किया पलटवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा में भाषण देते हुए सरकार को कविताओं के जरिए घेरा। उन्होंने शायराना ढंग से अयोध्या समेत कई मुद्दों पर सरकार को ताना कसा है। बीते कल यानी सोमवार को संसद में राहुल गांधी आक्रामक नजर आए थे। इसके साथ ही आज अखिलेश यादव ने बिलकुल विपरीत शायराना अंदाज में सरकार को घेरा। सदन में वह भाषण देने के लिए खड़े हुए तो कविताओं की बौछार करने लगे। उन्होंने भाषण देते हुए बोला
"आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरूर
दरबार तो लगा है पर, बड़ा गमगीन बेनूर है
क्यों ऊपर से जुड़ कोई तार नहीं
नीचे से कोई आधार नहीं
ऊपर से जो है अटकी हुई
यह कोई सरकार नहीं"
ताने मारने का नहीं छोड़ा एक भी मौका
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरने और ताना मारने का एक भी मौका नहीं गंवाया। उन्होंने सरकार को घेरे में लेते हुए कहा कि कुछ बातें काल और समय से परे होती हैं। इसके अलावा उन्होंने सदन में एक शेर पढ़कर सुनाया।
"जो तब सही था और अब सही साबित हो रहा है
हजूर ए आला आज तक खामोश बैठे हैं, इसी गम में
महफिल लूट ले गया, कोई जबकि सजाई हमने"
अयोध्या की जीत का जिक्र
अखिलेश यादव नेअयोध्या में परिपक्व मतदाता की जीत बताते हुए अपनी जीत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या की जीत हमारी मर्यादा की जीत है। उन्होंने कहा कि
"होई वही जो राम रचि राखा
यह है उसका फैसला
जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज
जो करते हैं किसी को लाने का दावा
वो हैं खुद किसी के सहारे के लाचार"
बीजेपी सांसद का अखिलेश पर पलटवार
अखिलेश यादव के शायराना तानों पर बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने पलटवार करते हुए कहा कि
"जरा सा कुदरत ने क्या नवाजा
आके बैठे हो फलसफे में
तुम्हारा लहजा बता रहा है
तुम्हारी दौलत नई-नई है"