विकेंड को बनाना है खास तो, दो दिन में घूमे भोपाल के ये मशहूर पर्यटन स्ठल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-30 12:52 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के हदय कहा जाने वाला मध्यप्रेदश प्रकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है। आज हम मध्यप्रदेश का राजधानी भोपाल के बारे में बात करेंगें जो अपने प्रकृतिक सुंदरता और इतिहासिक चीजों के लिए मशहूर है। बारिश का मौसम है और ऐसे में यहां की सुंदरता और दुगनी हो जाती है। भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है। यहां पर कई झीले हैं लेकिन बड़ा तालाब और छोटा तलाब सबके पसंदीदा है। अगर आप भी भोपाल आकर यहां के प्रकृतिक सौंदर्य तो देखना चाहते हैं तो यहां धूमने के लिए कई बेहतरीन ऑफशन हैं। यहां पर भीमबेठिका, शहीद भवन बिड़ला मंदिर, वन विहार राष्ट्रीय उद्दयान, भोजपुर जैसी कई बेहतरीन जगहें हैं। अगर आप भी इस वीकेंट कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप 2 दिन में भोपाल की कुछ बेहतरीन जगहों को घूम सकते हैं।

बड़ा तालाब

बड़ा तालबा देखने के बाद ही आप समझ जाएगे की भोपाल कितना सुंदर हैं और इसे झीलों की नगरी क्यों कहा जाता है। ये भोपाल की सबसे पूरानी झील है। राजा भोज के नाम पर इस झील का नाम भोजताल रखा गया है। झीले के ऊपर एक ब्रीज बना है जो पर्यटकों के लिए सेल्फी पाइंट है। झील के पास कमल नेहरु पार्क है आप वहां जाकर भी मजे कर सकते हैं।

वन विहार राष्ट्रीय उद्दयान

बड़ा तालाब से थोड़ी ही दूरी पर वन विहार राष्ट्रीय उद्दयान है। यहां पर आपको विदेशा फूलों के साथ कई जानवर देखने को मिल जाएंगे। वहां आप सुंबद 7 बजे से शाम के 7 बजे तक घूम सकते हैं। यहां पर प्रति व्यक्ति टिकट 15 रुपये है वहीं विदेशी पर्यटकों के लिए इसकी टिकट 200 रुपये है। वहीं मंगलवार को वन विहार बंद रहता है।

सांची स्तूप

भोपाल में विश्व प्रसिद्ध सांची स्तूप बना हुआ है। यह देश के सबसे प्रसिद्ध बौद्ध स्मारकों में से एक है, जिसका निर्माण तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य राजवंश के महान सम्राट अशोक के शासनकाल में हुआ था। इस स्तूप के विशाल गुंबद में एक केंद्रीय तिजोरी है, जिसमें भगवान बुद्ध के अवशेष रखे गए हैं। सांची स्तूप सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है। इस घूमने के लिए प्रवेश शुल्क 10 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 250 रुपये है।

भीमबेटका गुफाएं

भोपाल से लगभग 45 किलोमीटर दूर भीमबेटका गुफाएं हैं, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। 30000 साल पुरानी इन गुफाओं को महाभारत के भीम से संबंधित बताया जाता है। इसलिए इसका नाम भीमबेटका पड़ा है। गुफाओं के अंदर सुंदर चट्टानें, घने व हरे-भरे पेड़-पौधे प्राकृतिक खूबसूरती का अनुभव कराते हैं। भीमबेटका गुफाएं घूमने के लिए टिकट 10 रुपये का है और सुबह 7 से शाम 6 बजे तक एंट्री होती है।

ट्राइबल म्यूजियम

भोपाल के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में ट्राइबल म्यूजियम है। यहां आदिवासी जीवन का अनुभव लेने के लिए जा सकते हैं। परिसर में 6 गैलरीज हैं, जहां जनजातीय संस्कृति, जीवन कला और पौराणिक कथाओं को पता चलता है। इतिहास प्रेमियों को यह जगह जरूर पसंद आएगी।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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