लाइसेंसी हथियार: लखनऊ और बिहार में रखे लाइसेंसी हथियार से बीते 24 घंटे में दो एक्सीडेंटल मौतें, जानें हथियार रखने के नियम, सावधानियां और प्रोसेस
- यूपी और बिहार में बीते 24 घंटों में एक्सिडेंटल मौतें
- लाइसेंस गन लेने के प्रोसेस
- लाइसेंसी हथियार रखने के नियम और सावधानियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते 24 घंटे में यूपी के लखनऊ और बिहार के पटना में दो ऐसी घटनाएं घटित हुई हैं। जिसमें लोगों की लापरवाही की वजह से मासूम बच्चों की जान चली गई है। इन दोनों ही घटनाओं के बाद लाइसेंसी हथियार को लेकर बहस छिड़ गई है। पिछले 24 घंटे में दोनों मौतों के बाद सिस्टम पर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, नियमों को अनदेखा किए जाने वाला ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। पहले भी लाइसेंस धारकों की लापरवाही का खामियाजा परिवार या अन्य लोगों को भुगतना पड़ा है। चलिए जानते हैं कि लाइसेंसी हथियार रखने के क्या नियम हैं और किन सावधानियों को बरतने की जरूरत है। साथ ही गन लाइसेंस की पूरी प्रक्रिया के बारे में भी जानेंगे।
गन लाइसेंस लेने की प्रक्रिया
भारत में गन कानून बहुत ही सख्त हैं। हथियार लाइसेंस हासिल करना एक लंबी प्रक्रिया का हिस्सा है। इसमें कम से कम एक साल का समय लग सकता है। भारत में लाइसेंस लेने वाले व्यक्ति की उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए। लाइसेंस पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी पुलिस अधिकारी से संपर्क करना होगा। उसके बाद पुलिस आपके व्यक्तिगत और पारिवारिक बैकग्राउंड का परीक्षण करेंगे। इसके बाद अगर आवश्यक होगा तो आपको पुलिस अधिकारी द्वार निर्धारित अस्थायी बंदूक द्वारा टेस्ट के लिए भेजा जा सकता है।
अगर आपको गन लाइसेंस की जरूरत है तो सबसे पहले फॉर्म 4 भरना होगा। लाइसेंस के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन या जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में आवेदन दिया जा सकता है। आवेदन पत्र में पर्सनल जानकारी, गन का जरूरत अनुसार विवरण और अन्य संबंधित जानकारी भरनी होती है। आपको आवेदन के साथ अपने व्यक्तिगत पहचान प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज भी जमा करने होते हैं।
इसके बाद पुलिस अधिकारी आपके बैकग्राउंड की जांच करेंगे। यह सुनिश्चित करेंगे कि आपके पास बंदूक की जरूरत है या नहीं। इसके अलावा ये भी सुनिश्चित करेंगे कि इसका उपयोग आप अच्छे से करेंगे या नहीं। साथ ही पुलिस आपके आपराधिक रिकॉर्ड, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक व्यवहार की जांच करेगी।
आवेदक का साक्षात्कार भी लिया जा सकता है। अगर पुलिस को सत्यपान और अन्य प्रतिक्रियाएं सही लगेगी तभी ही जिला मजिस्ट्रेट या लाइसेंसिंग प्राधिकरण लाइसेंस जारी करता है। अगर आपका आवेदन स्वीकृत होता है तो आपको बंदूक लाइसेंस प्राप्त होगा।
इसमें बंदूक की प्रकार, संख्या, आवेदक का नाम और उपयोग की शर्ते लिखि होती हैं।
इस पूरी प्रोसेस को स्थानीय कानूनों और नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण होगा। बंदूक के उपयोग की शर्तों का पालन करना जरूरी होता है। व्यापारिक और शिक्षात्मक उद्देश्यों के लिए बंदूक लेने की प्रक्रिया भी अलग हो सकती है।
भारत में गन रखने के नियम
भारत में गन रखने के नियम बहुत ज्यादा सख्त हैं। कुछ नियम और प्रक्रियाएं हैं जिनको गन रखने के लिए पालन करना आवश्यक है।
भारत में गन रखने के लिए लाइसेंस अनिवार्य है। बिना लाइसेंस के हथियार रखना गैरकानूनी है। जिसके लिए सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
गन लाइसेंस को नियमित रूप से रिन्यू कराना जरूरी होता है। आमतौर पर 3 से 5 साल के बाद ही रिन्यू कराने के लिए आवेदन और दस्तावेज जमा करने की प्रक्रिया होती है। लाइसेंस की अवधि समाप्त होने से पहले रिन्यू करवाना जरूरी है।
गन का रजिस्ट्रेशन जरूरी होता है। लाइसेंस पर गन की पूरी जानकारी दर्ज होती है। गन को सुरक्षित स्थान पर रखना अनिवार्य होता है। साथ ही इसका दुरूपयोग ना हो इसका ध्यान रखना चाहिए।
गन का ट्रांसफर भी सिर्फ कुछ लोगों को ही किया जा सकता है। इसके लिए अनुमति बहुत आवश्यक है।
गन का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों, हिंसा या धमकी के लिए करना गैरकानूनी है।
नियमों का उल्लंघन करेन पर गन लाइसेंस रद्द किया जा सकता है। इन नियमों का पालन करना हर गन धारक के लिए अनिवार्य होता है। भारतीय कानून गन रखने और उपयोग करने के लिए बहुत ही सख्त है जिससे समाज में शांति और सुरक्षा को ठेस ना पहुंचे।
गन रखने के लिए सावधानियां
गन रखने के समय कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। जिससे आपकी और अन्य लोगों की सुरक्षा बनी रहे। लाइसेंसी हथियारों को घर में सुरक्षित जगह या लॉकर में रखा जा सकता है।
गन को हमेशा बंद और अलग जगह रखें। ऐसा करने से बच्चों और अनधिकृत उपयोग से सुरक्षित रहे। गन का इस्तेमाल सिर्फ जरूरी कामों के लिए करें। उसके बाद इसे सुरक्षित जगह स्टोर करें।
स्थानीय कानूनी प्रावधानों और नियमों का पालन करें। बंदूक का गैरकानूनी उपयोग या संग्रहण करने पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। लाइसेंस में उल्लिखित बंदूक की अनुमति सीमित समय और स्थान के लिए होती है। इसके बाहर इसका उपयोग करना गैरकानूनी है।
गन को अनधिकृत लोगों के हाथ में नहीं सौंपना चाहिए। दुर्घटना की स्थिति में तुरंत मेडिकल हेल्प लें और स्थानीय पुलिस अथॉरिटीज को सूचित करें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।